
जनघोष ब्यूरो
साधु संतों के बीच कुंभ और अर्द्धकुंभ को लेकर उपजे विवाद के बाद अब तीर्थ पुरोहितो की संस्था श्रीगंगा सभा के पूर्व अध्यक्ष ने भी अर्द्धकुंभ का नाम बदलकर कुंभ किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने नाम बदलने को सीधे सीधे मान्यताओं परंपराओं के खिलाफ बताया है।

अर्द्ध कुंभ को कुंभ कर देने की उनकी खिलाफत की पोस्ट उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर वॉयरल हो रही है, जिसमें उन्होंने कुंभ के महत्व का बेहतर तरीके से व्याख्यान किया है। लिखा है कि कुंभ कहां कहां पर आयोजित किया जाता है और अर्द्धकुंभ महज हरिद्वार इलाहाबाद में होता है। यही नहीं महाकुंभ की भी स्पष्ट व्याख्या की है।

हर की पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के कई दफा अध्यक्ष रहे रामकुमार मिश्र की पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है और उनकी पोस्ट पर समर्थन में टिप्पणियां भी लगातार आ रही हैं। ऐसे में मौजूदा गंगा सभा के पदाधिकारियो की कुंभ और अर्द्धकुंभ के स्वरूप लेकर राय सामने आना बेहद जरूरी है, हालांकि अभी तक गंगा सभा के पदाधिकारी ने इस संबंध में कोई भी वक्तव्य जारी नहीं किया है।

अर्द्धकुंभ को कुंभ के नाम से आयोजित किए जाने की तैयारी कई माह से चल रही है, पर श्री गंगा सभा के किसी भी मौजूदा एक भी पदाधिकारी ने उस पर कोई टिप्पणी सामने की है, ऐसे में इस विषय पर उनकी मूक सहमति माना जा सकता है। हालांकि बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी।









