
जनघोष-ब्यूरो
रुड़की: मां की डांट और सुबह जल्दी उठने की जिद से नाराज़ तीन नाबालिग बच्चियां घर से स्कूल जाने के बहाने निकलीं और दिल्ली होते हुए मथुरा पहुंच गईं। मामला गंभीर होते ही एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने अल्टीमेटम जारी किया — “बच्चियां 24 घंटे में सकुशल बरामद हों।
” आदेश मिलते ही हरिद्वार पुलिस ने जमीन से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस तक हर माध्यम से तलाश शुरू की और आखिरकार मथुरा रेलवे स्टेशन से तीनों बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया।

कोतवाली गंगनहर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान डोबाल ने बताया कि 31 अक्तूबर को गंगनहर क्षेत्र निवासी महिला ने सूचना दी कि उसकी 12 और 14 वर्षीया दो बेटियां और उनकी एक सहेली सुबह स्कूल के लिए निकली थीं, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटीं। इस पर मु0अ0सं0 546/2025 धारा 137(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।

एसपी देहात शेखर चंद सुयाल व सीओ रुड़की नरेंद्र पंत के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह भंडारी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने बच्चियों के स्कूल कन्या इंटर कॉलेज में शिक्षिकाओं और सहपाठियों से पूछताछ की। पुलिस ने मैनुअल जांच, इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और सोशल नेटवर्क के जरिए मिले संकेतों को जोड़ते हुए मथुरा तक बच्चियों का सुराग लगाया। 1 नवंबर को तीनों बालिकाओं को मथुरा रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद कर लिया गया।

पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि वे घर में होने वाले झगड़ों और मां की फटकार से नाराज़ थीं। सुबह देर से उठने पर एक बालिका को डांट और थप्पड़ पड़ गया, जिसके बाद तीनों ने घर छोड़ने का मन बना लिया। वे 500 रुपये लेकर निकलीं — रिक्शे से रुड़की बस अड्डा, फिर हरिद्वार बस अड्डा, वहां से दिल्ली, और फिर मथुरा पहुंचीं। पैसे खत्म होने के बाद वे रेलवे स्टेशन पर बैठी मिलीं। पुलिस ने तीनों को सकुशल परिजनों को सौंप दिया। कप्तान डोबाल ने त्वरित कार्रवाई करने वाली टीम की सराहना की और प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की।

पुलिस टीम….
सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत, प्रभारी निरीक्षक गंगनहर मनोहर भंडारी, प्रभारी निरीक्षक प्रदीप बिष्ट (सीआईयू), व0उ0नि0 दीप कुमार, उ0नि0 प्रवीण बिष्ट, अपर उ0नि0 कान्ता प्रसाद, हे0का0 चमन (सीआईयू), का0 चालक लाल सिंह, का0 पवन सिंह, का0 हंसराज, का0 निबंध, का0 रणवीर, का0 प्रीतम, का0 तंबाकू भंडारी (सीआईयू), का0 महिपाल (सीआईयू), का0 राहुल नेगी (सीआईयू)।










