दिल्ली में डटा हरिद्वार का एक बड़ा संत, नेता भी लौटने को तैयार नहीं, नया नाम लगभग तय

हरिद्वार को मिल सकता है नया उम्मीदवार

K.D.

भाजपा की दूसरी सूची में बडे स्तर पर मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जाने की प्रबल संभावना के मद्देनजर हरिद्वार और पौडी गढवाल की सीटों पर नया चेहरा आना लगभग तय हो गया है। इस बदलाव में अपना नंबर लाने के लिए हरिद्वार के कई नेता और संत दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। इसमें हरिद्वार के एक बड़े संत का नाम भी है जो बाकयादा अपना बायोडाटा लेकर यहां से वहां दर—बदर घूम रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मौजूदा सांसद डा. निशंक से लेकर कई दूसरे नेता भी दिल्ली में ही डटे हैं। इस आस में कि कब उनका बुलावा आ जाए।

हरिद्वार के बड़े संत ने कोरोना सेवा को भी डाला प्रोफाइल में
सूत्रों के मुताबिक हरिद्वार के अखाडे से जुडे बडे संत भी टिकट की रेस में हैं। इन्होंने बाकयादा अपना बायोडाटा भी बनाया और चार पन्नों का बायोडाटा लेकर अखबरों की कटिंग के साथ दिल्ली में फाइल लेकर जमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि बाबा जी ने कोरोना काल में सरकार को दिए पैसे और कोराना सेवा का जिक्र भी बायोडाटा में किया है ताकि हाईकमान का दिल पसीज जाए और संत कोटे से बाबा जी को संसद जाने का मौका मिल जाए। इसके बाद बाबा जी के चेले हरिद्वार में माहौल बनाने में जुटे हैं।

निशंक, मदन, स्वामी को अभी भी आस
वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के चुनाव लडने की संभावना के चलते हरिद्वार और पौडी गढवाल सीटों का समीकरण गडबडा गया है। अनिल बलूनी का चुनाव लडना जरुरी है और दोनों सीटों पर ब्राह्मण को टिकट नहीं दिया जा सकता है ऐसे में हरिद्वार से डा. निशंक की जगह त्रिवेंद्र सिंह रावत को लाया जा सकता है या फिर अनिल बलूनी को हरिद्वार और किसी अन्य ठाकुर उम्मीदवार को पौडी गढवाल भेजा जा सकता है। वहीं टिकट की आस में अभी भी डा. निशंक, मदन कौशिक और स्वामी यतीश्वरानंद आस लगाए बैठे हैं और दिल्ली की दौड धूप में जुटे हैं।

 

 

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