
हरिद्वार,
उपनगर ज्वालापुर में शुक्रवार सुबह शहर की फिजां बिगड़ने से बचा लेने में कामयाब रही ज्वालापुर पुलिस के सामने उस वक्त असहज स्थिति पैदा हो गई जब गिरफ्तार किए गए आरोपियों को कोतवाली से छोड़ देने की अजीबोगरीब मांग को लेकर भाजपा विधायक आदेश चौहान कोतवाली कैंपस में धरने पर बैठ गए। आला अफसरान के समझाने बुझाने पर भी हठधर्मिता पर अडे रहे भाजपा विधायक आखिर में आरोपियों के साथ ही ऑटो रिक्शा में सवार होकर सिटी मजिसट्रेट कार्यालय के लिए रवाना हुए। करीब एक घंटे तक कोतवाली कैंपस में चले हाईप्रोफाइल ड्रामे को लेकर आमजन हतप्रभ दिखाई दिए। सभी की जुबां पर यही सवाल था कि विधायक को पुलिस की कार्यशैली को सराहना चाहिएथा पर वे उलटा ही पुलिस पर बिफर पड़े। ऐसे में अपनी ही सरकार की किरकिरी कराते हुए दिखाईदिए। हैरान कर देने वाली बात ही है कि सीआरपीसी की धारा को भी विधायक मानने को तैयार नहीं थे, यह अपने आप यक्ष प्रश्न है।
घटना सुबह क्षेत्र के पीठ बाजार की है। शुक्रवार सुबह तनवीर पुत्र इरफान निवासी पीठ बाजार किसी कार्य से घर से बाहर जा रहा था। इसी दौरान पीठ बाजार में राजेश हलवाई की दुकान के सामने से गुजरने पर दुकान के बाहर रखे सामान को अंदर रख लेने की बात मोटरसाइकिल सवार ने कही, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया। दुकान के कर्मचारियों ने मोटरसाइकिल सवार युवक की पिटाईकर दी। आनन फानन में पहुंची पुलिस चार आरोपी महेश, वंश, दिनेश और संजय उर्फ संजू को कोतवाली ले आई। सभी का शांतिभंग करने के आरोप में चालान कर दिया। इधर दोपहर बाद भाजपा विधायक आदेश चौहान कोतवाली जा धमके। पहले उन्होंने आरोपियों को कोतवाली से ही छोड़ देने की मांग शुरु कर दी, जब पुलिस ने समझाया कि उनका चालान हो गया। मजिस्ट्रेट के समक्ष उन्हें पेश किया जाएग, तब भी विधायक नहीं माने। वे कार्यालय कैंपस में धरने पर बैठ गए। सीओ ज्वालापुर शांतनु पाराशर, कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार उन्हें समझाना चाहा लेकिन मजाल है विधायक से टस से मस हुए हो। विधायक जिद पर अडे रहे कि आरोपियेां को छोड़ा जाए। या उनका भी चालान शांतिभंग करने के आरोप में कर दिया जाए। पुलिस जब आरोपियों को सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने लगी, तब उस ऑटो रिक्शा में विधायक भी सवार हो गए, उसके बाद ही मामला शांत हुआ।