
K.D.
क्या शिवालिक नगर पालिका के चैयरमेन राजीव शर्मा का टिकट इस बार कट सकता है। क्या भाजपा किसी दूसरे चेहरे की तलाश में है और क्या वे आरोप हैं जिनको लेकर विपक्ष व भाजपा के अंदर से ही राजीव शर्मा के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। सूत्रों की मानें तो नगर निकाय चुनाव को लेकर हरिद्वार में खासा फोकस हैं और शिवालिक नगर पालिका में ज्यादा संभावना है कि टिकट बदला जाए।
विवादों से भरा रहा राजीव शर्मा का कार्यकाल
राजीव शर्मा का कार्यकाल विवादों से भरा रहा। राजीव शर्मा पर विपक्षी दलों के अलावा भाजपा के अंदर से ही आवाज उठती रही। राजीव शर्मा पर लाइट खरीद में धांधली के आरोप लगे। कुंभ में सफाई कर्मचारियों की भर्ती में धांधली के अलावा नगर पालिका के अधिकतर काम अपने चेहते ठेकेदारों को देने के आरोप लगते रहे हैं। कई की जांच विचाराधीन है और शिकायतें शासन में अटकी हुई है।
धांधली को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता पर भी राजीव शर्मा पर आरोप लगाते रहे हैं। वहीं भाजपा संगठन और कार्यकर्ताओं से तालमेल की कमी और जनता के कार्य ना करने के आरोप भी लगते रहे हैं। इसको लेकर भाजपा राजीव शर्मा की छवि पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं स्थानीय विधायक आदेश चौहान से भी राजीव शर्मा के बहुत अच्छे संबंध नहीं है।
विधायक गुट से भी नहीं बनती
हालांकि राजीव शर्मा के खिलाफ स्थानीय विधायक आदेश चौहान के करीबी चुनाव लडे थे और दूसरे नंबर पर रहे थे। पिछले पांच सालों में भी दोनों के बीच बहुत अच्छे संबंध नहीं रहे। राजीव शर्मा की लोकप्रियता जनता में भी गिरी है। पांच साल पहले जब राजीव शर्मा चुनाव में उतरे थे तो उनके साथ व्यापारी व अन्य सभी लोग लगे थे। लेकिन धीर धीरे सब किनारे कर दिग गए। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए राजीव शर्मा को दोबारा टिकट मिलना आसान नहीं होगा।