
K.D.
हरिद्वार जेल ब्रेक कांड में गिफ्तारी का सिलसिला गति पकड़ने लगा है। एसआईटी ने जेल ब्रेक कर फरार हुए कैदियों को दोपहिया वाहन, नगदी उपलब्ध कराने के आरोप में लक्सर के दो युवकों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी शूटर पंकज के ताऊ का बेटा है जबकि दूसरा आरोपी तहेरे भाई का दोस्त है। इधर, पुलिस का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपी गिरफ्त में होगे।
दशहरे से एक दिन पूर्व हरिद्वार जेल कैंपस में सीढ़ी लगाकर कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग का आजीवन कारावास की सजा काट रहा शूटर पंकज और विचाराधीन कैदी रामकुमार दीवार फांदकर फरार हो गए थे जबकि तीसरा आरोपी छोटू सीढ़ी के भरभरा कर गिर जाने पर फरार नहीं हो सका था।
जेल प्रशासन ने पूरी तरह से लापरवाही बरतते हुए अगले दिन अलसुबह हरिद्वार पुलिस को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया था।
हरिद्वार जेल ब्रेक कांड से हडकंप मच गया था। आनन फानन में जेल ब्रेक कर फरार हुए कैदियों की तलाश शुरू की गई थी लेकिन वे अब तक हाथ नहीं आ सके थे।
रुड़की के बहुचर्चित सफाई नायक बसंत चौधरी हत्याकांड को अंजाम देने के आरोपी शूटर को पिछले साल ही उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी जबकि दूसरा आरोपी रामकुमार हाल ही में फिरौती वसूलने के आरोप में जेल गयाथा।
आईजी गढ़वाल रेंज ने फरार कैदियों पर पचास पचास हजार का इनाम घोषित किया था। वहीं शासन ने डिप्टी जेलर प्यारेलाल समेत छह जेल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था। एसएसपी ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसआईटी गठित कर दी थी।
एसआईटी ने पिछले दिनों शूटर पंकज के मौसेरे भाई को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसके बाद तफ्तीश में नितिन कुमार पुत्र चंद्रकिरण और बॉबी पुत्र सुखपाल निवासीगण इस्माइलपुर लक्सर का नाम भी सामने आया। सामने आया कि दोनों ही शूटर पंकज और रामकुमार जब ताऊ के सुखपाल के घर पहुंचे थे, तब बॉबी अपने दोस्त नितिन के साथ उन्हें मोटरसाइकिल पर लेकर लक्सर छोड़ने गया था। शूटर पंकज ने अपने एक परिचित से नितिन के भारत पे अकाउंट पर पंद्रह सौर रुपये मंगवाए थे, जो उसने एक टेलीकॉम मालिक के नंबर पर ट्रांसफर कर वहां से नगदी लेकर कैदी पंकज को दे दी थी। एसओ सिडकुल मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि दोनों कैदी लक्सर से कहां गए, यह जानकारी उन्हें नहीं है।
बताया कि टेलीकॉम मालिक को भी चिन्हित कर लिया गयाहै। कैदियों को फरार कराने में प्रयुक्त हुई मोटरसाइकिल, एक मोबाइल फोन और टेलीकॉम शॉप की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ली गई है।