
K.D.
सीएम साहब आखिर आबकारी निरीक्षक को बार बार हरिद्वार तैनाती क्यों हरिद्वार,
आबकारी महकमे में कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। पिछले दिनों हरिद्वार सर्किल से हटाए गए आबकारी निरीक्षक संजय रावत को एक बार फिर से हरिद्वार जिले में ही तैनाती दी गई है, जिसे लेकर तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर जब संजय रावत बेहद काबिल थे तो उन्हें हटाने की आवश्यकता क्यों आन पड़ी थी और अगर चूक हुई थी तो फिर से हरिद्वार में तैनाती क्यों परोसकर दे दी गई। हरिद्वार में तैनाती के लिए कई आबकारी निरीक्षक बाह जोट रहे है, पर संजय रावत के आगे नियम कायदे बौने साबित हो रहे है।
पिथौरागढ़, आबकारी मुख्यालय और फिर वापस हरिद्वार
पिछले दिनों देहरादून से आई आबकारी महकमे की टीम ने एक शराब के ठेके पर कार्रवाई की थी, तब अंग्रेजी शराब पर होलोग्राम नहीं मिले थे। हरिद्वार सर्किंल में हुई इस रेड के बाद निरीक्षक संजय रावत पर गाज गिर गई थी। उन्हें हरिद्वार सर्किल से हटा दिया गयाथा। आबकारी निरीक्षक संजय रावत की हरिद्वार में दूसरी पारी थी, इससे पूर्व भी वह हरिद्वार सर्किल में तैनात रह चुके है। उन्हें यहां से हटने के बाद पिथौरागढ़ की दूरस्थ जिले में इनकी तैनाती हुई थी, पर फिर से संजय रावत पहले मुख्यालय अटैच हो गए थे, उसके बाद अब फिर से हरिद्वार जिले की रुड़की आबकारी निरीक्षक की कुर्सी कब्जाने में कामयाब रहे।
आबकारी निरीक्षक संजय रावत बार बार हरिद्वार जिले में ही तैनाती क्यों पाना चाहते है,
यह भी गौर करने वाली बात है। हरिद्वार के अलावा देहरादून जिले में उन्होंने अपनी नौकरी का लंबा सफर तय किया है, इसके अलावा संजय रावत किसी जिले में लंबे समय तक तैनात नहीं रहे हैं। आखिर संजय रावत देहरादून-हरिद्वार में ही तैनात रहेंगे, या फिर किसी जिले में उन्हें तैनात करने की हिम्मत आबकारी महकमे के अफसरान में नहीं है।