
K.D.
हर साल पंतद्वीप मैदान में लगने वाले कांवड़ बाजार पर इस दफा संशय के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल, कांवड़ बाजार न लगने देने के लिए बिसात बिछा दी गई है, यह पूरा खेल एक भाजपा नेता को भारी भरकम लाभ पहुंचने के लिए खेला जा रहा है। नगर निगम एक छोटे साहब इस पूरे खेल की धुरी बने हुए है। चर्चा है कि छोटे साहब ने मलाई चाट ली है, अब धीरे धीरे वक्त दिन गुजरने के साथ अंत में कांवड़ बाजार के लिए टेंडर के लिए वक्त गुजरने का बहाना बनाकर हाथ खड़े कर देने है। ऐसे में धामी सरकार को राजस्व की हानि होना तय ही है। हर साल पंतद्वीप बाजार में कांवड़ बाजार लगता है।नगर निगम ही कांवड़ बाजार का ठेका देता है, पिछले साल 35 लाख में ठेका दिया गया था।
लेकिन इस दफा कांवड़ मेले के सिर पर आने के बाद भी नगर निगम प्रशासन ने ठेके को लेकर तैयारी नहीं की है। चर्चा है कि इस बार एक भाजपा नेता के इशारे पर ठेका नहीं कराया जा रहा है, क्योंकि ठेका न होने के पीछे भाजपा नेता को मोटा मुनाफा होना तय है।
पार्किंग संचालक भाजपा नेता ही ऐसे में कांवड़ बाजार लगाएगा, फिर वह ही दुकानदारों से वसूली करेगा। ऐसे में राज्य सरकार के खजाने में आने वाली रकम नुकसान होना ही है जबकि पिछली बार की अपेक्षा इस दफा अधिक रकम मिल सकती थी। चर्चा है कि इस खेल के मास्टर माइंड एक छोटे साहब है, जिनकी मुट्ठी गर्म हो चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जहां भ्रष्टाचार को लेकर कड़े फैसले ले रहे है, वहीं नगर निगम के कांवड़ बाजार को लेकर उदासीन रवैये अपनाने के पीछे भ्रष्टाचार की बू आ रही है।