
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: बहुचर्चित नगर निगम जमीन खरीद घोटाले में आखिरकार जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह,तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी और एसडीएम भगवानपुर अजय वीर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हरी झंडी के बाद यह कार्रवाई की गई है। जमीन घोटाले को लेकर की गई कार्रवाई से नौकरशाही में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि कुछ समय पूर्व गांव सराय में नगर निगम के कूड़ा निस्तारण केंद्र के विस्तारीकरण के लिए खरीदी गई 33 बीघा जमीन में घोटाले की बात उजागर हुई थी।

कृषि भूमि को व्यवसायिक भूमि के तौर पर खरीद खरीद गया था। करीब 54 करोड रुपए की भूमि सर्किल रेट के हिसाब से खरीदी गई थी जबकि कृषि भूमि के लिहाज से भूमि का सर्किल रेट कम था।घोटाला उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएएस रणवीर सिंह की अगवाई में जांच कमेटी गठित कर दी थी।

आईएएस रणवीर सिंह ने कुछ दिन पूर्व अपनी जांच रिपोर्ट शहरी विकास सचिव नितेश झा को सौंप दी थी। तब से कयास लगाया जा रहे थे कि आखिरकार इन अधिकारियों पर कब करवाई होगी।

मंगलवार की सुबह डीएम हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह, तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी और मौजूदा समय में एसडीएम भगवानपुर के तौर पर तैनाद अजयवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है।