
जनघोष ब्यूरो
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शनिवार को रावली मेहदूद एवं जमालपुर कलां ग्राम पंचायतों में जल निगम द्वारा जल जीवन मिशन के तहत संचालित पेयजल योजनाओं और पम्प हाउस का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पेयजल आपूर्ति व्यवस्था और टैंकों की स्थिति का जायजा लिया।
रावली मेहदूद में बने पेयजल टैंक से लिकेज मिलने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर मरम्मत कार्य की तिथि तय करने और पेयजल आपूर्ति प्रभावित न हो,

इसके लिए पहले से प्रबंध करने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने ग्रामीणों को अंशदान से जुड़ी जानकारी स्पष्ट रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की भ्रांति न रहे।

जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि क्षेत्रवासियों को समय पर पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सुबह-शाम निर्धारित समय पर जलापूर्ति हर हाल में होनी चाहिए।

जमालपुर कलां में निरीक्षण के दौरान भी पेयजल टैंक से लिकेज पाया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल मरम्मत कराने के आदेश दिए। पम्प हाउस परिसर में ठेकेदार द्वारा ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य सामग्री रखे जाने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि सर्कल रेट के अनुसार किराया वसूला जाए, अन्यथा ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अधिशासी अभियंता जल निगम राजेश गुप्ता ने जानकारी दी कि रावली मेहदूद योजना 12 करोड़ रुपये की लागत से बनी है, जिसमें 1950 किलोलीटर क्षमता वाले टैंक से 4900 कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं।

वहीं, जमालपुर कलां योजना 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित है, जिसमें 1400 किलोलीटर क्षमता वाले टैंक से 5500 कनेक्शन दिए गए हैं।

निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता एम. मुस्तफा, सहायक अभियंता भूपेन्द्र सिंह, अवर अभियंता वर्षा सिंह, सीमा बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी एवं ग्रामीण मौजूद रहे।










