दारोगा ने दिसम्बर में ही बना लिया था मां-बेटे की हत्या का प्लान, बेटा चीखता रहा नहीं पसीजा दिल

बेटे के सामने मां को मारा फिर बेटे का गला दबाया, महिला की बॉडी मिली

K.D. 

मां- बेटे के कत्ल की साजिश का ताना बाना दिसंबर माह में ही बुन लिया गया था। एएसआई छुन्ना सिंह ने फूलप्रूफ प्लॉन तैयार किया था, लिहाजा मकान बेचकर मिली पूरी रकम को कब्जे में कर लेने के बाद ही खौफनाख साजिश को अंजाम दिया गया। पर, एक विजीटिंग कार्ड से उनके जुर्म के कच्चे चिट्ठे को खुलने में देर न लगी। वहीं शनिवार को महिला ममता की भी बॉडी मिल गई

एक साल पूर्व अपने पुश्तैनी घर को बेचकर यहां रोजगार के मकसद से आई दृष्टिहीन ममता ने सिडकुल से सटे रोशनाबाद में एक घर खरीदा था। अपने इकलौते बेटे के साथ रह रही ममता के बुरे दिन की शुरूआत तब से हुई, जब शहजाद उसके संपर्क में आया।
नजदीकी बढ़ने पर शहजाद महिला के घर किराए पर रहने लग गया। इधर, शहजाद का परिचित एएसआई छुन्ना सिह भी घर आने जाने के दौरान महिला के करीब आ गया। बस यहां से ही इन दोनों ने महिला का विश्वास हासिल कर उसे मकान बेचने के लिए राजी किया। दिसंबर माह में मकान का बीस लाख में सौदा किया। दो किश्त में मिली रकम से छुन्ना सिंह ने अपने नाम से नई आल्टो कार खरीद ली, उसके बाद भी मिलती रकम को छुन्ना सिंह और शहजाद ठिकाने लगाते रहे।

 

मास्टर माइंड छुन्ना और शहजाद ने पूरी रकम मिलने के बाद मां बेटे को कत्ल कर देने की तैयारी कर ली थी। आठ फरवरी को जैसे ही बाकी बचे एक लाख रूपये मिले, तब उन्होंने घर खाली करवाकर खरीददार को चाभी सौंप दी।

तय हुआ कि अब रुड़की में उन्हें घर दिया जाएगा। नौकरी का भी इंतजाम हो गया है। एएसआई, शहजाद के साथ अब शहजाद का दोस्त विनोद भी प्लानिंग का हिस्सा बना। उसके बाद प्लानिंग के तहत ही मां बेटे को लेकर मौत की नींद सुला लिया गया।
पुलिसिया पूछताछ में मास्टर माइंड छुन्ना सिंह ने कबूला कि उन्हें डर था कि रकम हड़प लेने के बाद महिला उसकी शिकायत विभाग में कर सकती थी, इसलिए उसने हत्याकांड की साजिश रची। उसे पताथा कि महिला का कोई परिजन नहीं है, इसलिए उनकी तलाश कोई नहीं करेगा। कुछ समय बाद जब उनके शव मिलेंगे, तब पुलिस पहचान न होने पर दिलचस्पी लेना बंद कर देगी। उसके बाद पूरा मामला शांत हो जाएगा।

 

 

हरकी पैड़ी पहुंचकर किया गंगा स्नान
हरिद्वार, मां बेटे का कत्ल करने से पूर्व उन्हें हरकी पैड़ी पहुंचकर स्नान भी करवाया गया था। मकान खाली करने के बाद सबसे पहले सभी लोग हरकी पैड़ी पहुंचे थे। वहां गंगा स्नान के बाद पेट पूजा की थी और फिर अंधेरा होने पर देहात क्षेत्र के लिए निकले थे। एएसआई छुन्ना सिंह कार चला रहा था और शहजाद-विनोद ने एक एक कर हत्याकांड को अंजाम दिया।

मास्टरमाइंड छुन्न की परिवार से भी अनबन
हरिद्वार, आरोपी एएसआई छुन्ना सिंह से परिवार की भी अनबन रहती है। पुलिसिया तफ्तीश में सामने आया कि आरोपी अपने परिवार को भी घर खर्च नहीं देता था। अक्सर इस बात को लेकर विवाद होता रहता था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी छुटटी लेकर अपने घर चला गयाथा। पुलिस टीम ने आरोपी को वहां पहुंचकर ही हिरासत में लिया था। आरोपी एएसआई यातायात पुलिस में भी अपनी सेवाएं दे चुका है।

रिश्तेदार ने की राह आसान
हरिद्वार, दरअसल जब झबरेड़ा पुलिस ने रोशनाबाद में दस्तक दी तब टेलर से नाकामयाबी मिली। पर, पुलिस ने हार नही मानी। पुलिस ने जब आमजन से संपर्क साधाना शुरू किया तब मृतक किशोर को उसके रिश्तेदार ने पहचान लिया। मृतकों के रिश्तेदार भी रोशनाबद में रहते है, पर उनका मां बेटे से संबंध में नहीं था।

 

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