
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार। भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर और उर्मिला सनावर के बीच चल रहा विवाद अब पुलिस की चौखट तक पहुंच गया है। हाल ही में वायरल हुए एक कथित ऑडियो क्लिप पर कड़ा रुख अपनाते हुए सुरेश राठौर ने इसे अपनी छवि धूमिल करने की साजिश करार दिया है। मंगलवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित कर उन्होंने उर्मिला सनावर पर गंभीर आरोप लगाए और ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी।
एआई (AI) तकनीक के दुरुपयोग का आरोप….
प्रेस वार्ता के दौरान सुरेश राठौर ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर जो ऑडियो वायरल हो रहा है, उसमें उनकी आवाज नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि आधुनिक एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का सहारा लेकर उनकी आवाज को कॉपी किया गया है ताकि उनकी राजनीतिक और सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा सके।

प्रेस वार्ता की मुख्य बातें….
छवि बिगाड़ने की साजिश: राठौर ने कहा कि उर्मिला सनावर जानबूझकर उन्हें बदनाम करने के लिए अनर्गल आरोप लगा रही हैं।
कानूनी कार्रवाई की मांग: उन्होंने ज्वालापुर पुलिस को तहरीर सौंपकर मांग की है कि इस फर्जी ऑडियो की साइबर जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त मुकदमा दर्ज हो।
षड्यंत्र का दावा: पूर्व विधायक ने इसे एक गहरा राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि सत्य जल्द ही सबके सामने आएगा।

क्या है पूरा मामला….?
पिछले कुछ दिनों से उर्मिला सनावर और सुरेश राठौर के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। उर्मिला द्वारा कुछ गंभीर दावे किए जाने के बाद एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी, जिसे आधार बनाकर राठौर को घेरा जा रहा था। अब राठौर ने ‘विक्टिम कार्ड’ न खेलकर सीधा हमला बोला है और तकनीक के गलत इस्तेमाल को अपना मुख्य बचाव बनाया है।

“मेरी आवाज को एआई के जरिए क्लोन करके समाज में मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। मैं कानून पर भरोसा रखता हूं और इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होकर रहेगा।” — सुरेश राठौर, पूर्व विधायक










