
K.D.
थाना श्यामपुर पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझाते हुए मृतक की पहचान और उसके हत्यारों को बेनकाब कर दिया है। यह मामला पुलिस के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि न केवल हत्या करने वाले अज्ञात थे, बल्कि मृतक की पहचान करना भी बड़ी समस्या थी। दरअसल 24 दिसंबर को रवासन नदी के पास एक लाश बरामद हुई थी, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। घटनास्थल पर कोई सुराग न होने से मामला और जटिल हो गया। पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोभाल के निर्देशन में थाना श्यामपुर की टीम ने इस मामले को चुनौती के रूप में लिया और सटीक कार्ययोजना तैयार कर काम शुरू किया। थाना श्यामपुर प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने घटनास्थल पर मौजूद सभी संभावित पहलुओं का गहन निरीक्षण किया, आसपास काम कर रहे करीब एक हजार से अधिक मजदूरों और उनके ठेकेदारों का सत्यापन किया गया। पुलिस ने उत्तर प्रदेश (बिजनौर, नजीबाबाद, बलिया, बरेली) और दिल्ली के थानों में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट की जांच की। घटनास्थल से संभावित मोबाइल नंबरों की पहचान के लिए 10,000 टावर डंप डेटा का विश्लेषण किया। घटनास्थल से करीब 800 मीटर दूर एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में रात के 1:30 बजे दो मोटरसाइकिलों की लाइट्स दिखीं। पुलिस ने इन मोटरसाइकिलों का पीछा करते हुए हरिद्वार शहर के 500 से अधिक कैमरों की जांच की। ये मोटरसाइकिलें हरिद्वार के वाल्मीकि चौक और फिर आरती होटल तक ट्रैक की गईं। इसी बीच पुलिस जांच में पता चला कि मृतक का नाम अभय शर्मा उर्फ हनी (उम्र 37 वर्ष) है।
वह दिल्ली के सुदर्शन पार्क, मोती नगर का निवासी था। मृतक अभय एक मौज-मस्ती पसंद करने वाला व्यक्ति था, जिसने हाल ही में अपना फ्लैट बेचकर बड़ी रकम कमाई थी।
हत्या का खुलासा……
जांच में पाया गया कि अभय के दो दोस्त नीरज शुक्ला और नागेंद्र ने लालच में आकर उसकी हत्या कर दी। दोनों ने अभय को हरिद्वार घूमने का लालच दिया और श्यामपुर के पास रवासन नदी के किनारे ले जाकर शराब पार्टी की। नीरज और नागेंद्र ने पहले से योजना बनाई थी, योजना के मुताबिक नागेंद्र ने अभय का गला रस्सी से घोंटा।
नीरज ने उसके हाथ-पैर पकड़े और चेहरे को पत्थरों से कुचल दिया ताकि पहचान मुश्किल हो जाए। हत्या के बाद, दोनों ने मृतक के पैसे और बाइक लेकर फरार हो गए।
गिरफ्तारी और बरामदगी…..
मुख्य आरोपी नीरज शुक्ला को श्यामपुर पुलिस ने सोनाली पुल के पास से गिरफ्तार किया।
नीरज के पास से मृतक के खाते से निकाले गए ₹14,000 और अन्य सामान बरामद किया गया।
मृतक के ₹8 लाख, जो निकाले जाने थे, उन्हें पुलिस ने फ्रीज कर दिया। दूसरा आरोपी नागेंद्र निवासी भूआपुर, फरीदाबाद अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया श्यामपुर पुलिस ने अपनी सूझबूझ और तकनीकी सहायता से न केवल मृतक की पहचान की, बल्कि हत्या के आरोपियों को भी बेनकाब कर हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है। फरार आरोपी नागेंद्र को पकड़ने के लिए पुलिस के प्रयास जारी हैं।
इस चुनौतीपूर्ण मामले को सुलझाने में पुलिस टीम ने दिन-रात मेहनत की। टीम में शामिल अधिकारी में सीओ जूही मनराल (क्षेत्राधिकारी नगर) थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, विक्रम बिष्ट (चंडी घाट चौकी इंचार्ज) गगन मैठाणी (लालढांग चौकी इंचार्ज) एसओजी टीम: वसीम, विवेक यादव, अन्य पुलिसकर्मी: शेर सिंह, राहुल देव, रमेश, राजेंद्र नेगी शामिल रहे।