
जनघोष-ब्यूरो:-
हरिद्वार, फिल्मी स्टाइल में अपने अपहरण का ड्रामा रचकर खुद ही लापता हुए युवक को सकुशल बरामद करते हुए हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने सनसनीखेज प्रकरण का पटाक्षेप किया है।कर्ज में डूबे युवक ने खुद ही झूठी कहानी का ताना-बाना बुनाथा।परिजन उसकी मौत का मातम मना रहे थे लेकिन पुलिस के हकीकत सामने लाने पर वे सन्न रह गए।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है। शहर कोतवाली पुलिस को रवि कश्यप ने सूचना दी थी कि उसके दामाद अजीत कश्यप की पुराना रानीपुर मोड़ के पास भगत जी चाट भंडार के नाम से दुकान है। रोजाना की तरह एक अप्रैल को वह अपने कार्य पर गया था लेकिन वापस लौट कर नहीं आया।

गुमशुदगी को बेहद गंभीरता से लेते हुए कोतवाली पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। सीसीटीवी कैमरो की फुटेज खंगाली गई। सामने आया कि युवक रुड़की में अपनी बाइक छोड़कर ऋषिकेश की बस में सवार हुआ है। पुलिस टीम ने युवक को ऋषिकेश से अचेतवस्था में बरामद कर लिया। पुलिसिया पूछताछ में युवक में सच उगल दिया।

कबूला कि उस पर भारी कर्ज हो रखा है। कर्जदारों के रोजाना उसे टोकने के चलते ही उसने अपने अपहरण की कहानी रची थी। युवक ने अपने एक दोस्त को मोबाइल फोन पर संपर्क कर जानकारी दी थी कि कुछ लोग उसका पीछा कर रहे हैं, इसके बाद उसने मोबाइल से सिम कार्ड फेंक दिया था।

रुड़की से होते हुए वह ऋषिकेश पहुंचा था और नशीली गोली खाकर जहर खुरान गैंग का शिकार होने का ड्रामा भी उसने रचा था। बकौल पुलिस की परिजन मान चुके थे कि अजीत किसी अनहोनी का शिकार हो चुका है।पुलिस टीम में कोतवाल रितेश शाह समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।