
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: एक तरफ राज्य सरकार आम इंसान साथ नाइंसाफी होने का दावा करती है वहीं दूसरी तरफ सिडकुल की औद्योगिक इकाइयों में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर रोजाना सामने आ रही है।

सिडकुल की टेक्टो कंपनी में घायल हुए कर्मचारी का इलाज करने की बजाय कंपनी प्रबंधन ने उसे मरने के लिए लावारिस छोड़ दिया। कंपनी प्रबंधन के रवैये को देखते हुए भीम आर्मी ने बुधवार को कंपनी के गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा काटा।
सिडकुल पुलिस ने मौके पर स्थिति को संभाला, वरना हालत बिगड़ना तय थे। मामला कुछ दिन पुराना बताया जा रहा है। कंपनी में कार्यरत एक कर्मचारी शंकर कार्य करते वक्त चोटिल हो गया था, जिसे उस वक्त इलाज के लिए ले जाया गया था। उसके बाद कंपनी ने पलटकर घायल कर्मचारी की सुध तक नहीं ली।

यह जानकारी मिलने पर भीमआर्मी की अगुवाई में परिजन कार्यकर्ताओं ने कंपनी के मुख्यद्वार पर पहुंचकर हंगामा करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामा की खबर मिलते ही सिडकुल पुलिस मौके पर पहुंच गई।

प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि फैक्ट्री प्रबंधन ने घायल कर्मचारी का इलाज करना जरूर नहीं समझा। बल्कि उसे मरने के हालात में छोड़ दिया। आरोप है कि कर्मचारी के परिजनों ने कई बार फैक्ट्री प्रबंधन को इलाज के लिए करने के लिए संपर्क किया लेकिन प्रबंधन ने कोई ध्यान नहीं दिया।










