
K.D.
बरसाती नदी रवासन में सफाई के नाम अवैध खनन शुरु हो गया है। नियमों को ताक पर रख अवैध खनन किया जा रहा है। इसका खामियाजा जहां पर्यावरण को भुगतना पड़ रहा है वही नदी में भी बड़े बडे गड्ढे बन जाएंगे जो क्षेत्र की जनता के लिए हादसे का सबब होंगे। पूर्व में भी इस तरह के हादसे सामने आ चुके हैं। लेकिन नदी में सफाई के नाम पर जो खेल शुरु हुआ है कि उसके आगे सिस्टम भी आंखें मूंद चुका है।
हर साल बरसात के बाद रवासन में अवैध खनन का वैध फरमान सुनाया जाता है। इसकी आड़ में बड़े पैमाने पर आस पास के इलाकों में भी खनन किया जाता है। बड़ी बड़ी मशीनों से नियमों को ताक पर रख खनन किया जाता है, जिससे पूरा इको सिस्टम खराब हो जाता है। लेकिन सरकारी सिस्टम को पर्यावरण इकोसिस्टम की कोई चिंता नहीं है।
सफाई के नाम पर ये खेल हर साल होता है। हैरान करने वाली बात ये है कि क्या हर साल नदी अपने साथ इतना मलबा लेकर आती है कि उसकी सफाई के नाम पर खनन हो। बिना अससमेंट के बड़े पैमाने पर खनन किया जाता है और सरकारी अनुमति की आड में नदी का सीना चीर डाला जाता है। स्थानीय निवासियों ने भी इस पर आवाज उठाई लेकिन सरकारी सिस्टम के आगे उनकी क्या ही औकात।