खबर का असर: सिंचाई विभाग की भूमि पर प्लॉटिंग, एचआरडीए ने चला दिया बुल्डोजर, सिंचाई विभाग की भूमिका संदिग्ध

 

K.D.

पथरी पॉवर हाऊस के पास सिंचाई विभाग की भूमि पर अवैध ढंग से हो रही प्लाटिंग को लेकर हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण शुक्रवार को हरकत में आ गया। एचआरडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर चाहरदीवारी को ध्वस्त करते हुए मुख्य गेट को भी ढहा दिया। पर, अभी भी सिंचाई विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध बताईजा रही है।

क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर मजरी की ग्राम प्रधान मीनाक्षी ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और उनके पति प्रधाान प्रतिनिधि मोहित चौहान ने एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह को पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराया था। आरोप लगाया था कि सिंचाई विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से सिंचाई विभाग की भूमि को खुर्द बुर्द किया जा रहा है।

पिछले कुछ समय से उक्त भूमि पर एक पूर्व ग्राम प्रधान, एक क्षेत्र का भू माफिया काबिज हो गए हैं और भूमि पर चाहरदीवारी करते हुए बकायदा गेट लगा दिया गया है। यही नहीं दो दुकान भी बना दी गई है। आरोप है कि सूचना के बाद भी सिंचाई विभाग से लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। करोड़ों की भूमि को भू माफिया ठिकाने लगाने में जुटे है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने राजस्व विभाग को पूरे मामले की गहनता से जांच के निर्देश दिए थे। इधर, शुक्रवार को एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के निर्देश पर टीम ने मौके पर पहुंचकर किए गए अवैध निर्माण को ढहा दिया। एचआरडीए की टीम को देखकर भू माफिया भाग खड़े हुए। हां, अभी एक दुकान उस भूमि पर बनी हुई है। इधर, सिंचाई विभाग से लेकर जिला प्रशासन के एक अधिकारी की भूमि सवालों के घेरे में है। तीन दिन से मामले के तूल पकड़ने के बाद भी इन दोनों विभागों ने चुप्पी साधी हुई है।

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