
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: कुंभनगरी को सट्टा माफियाओं ने अपनी कार्यस्थली बना लिया है। कोतवाली—चौकी से फलांग भर की दूरी पर खुलेआमज कैसीनो चल रहे है। झोपड़ी में संचालित हो रहे कैसीनो में मेले सरीखा माहौल सुबह शाम बना हुआ है लेकिन स्थानीय पुलिस पूरी तरह से अंजान बनी है।
अंजान बने रहने के पीछे की वजह शीशे की तरह साफ है। सट्टा माफियाओं के हौसले पूरी तरह से बुलंद है और खुलेआम आमजन की गाढ़ी कमाई लूट रहे है। पूरा मामला कुछ यूं है..
चंडीघाट चौक के पास बने आटो रिक्शा विक्रम स्टैंड के पास कैसीनो एक झोपड़ी में संचालित हो रहा है। दिन ढलने के साथ ही यहां आमजन का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है और बिना किसी खौफ के कैसीनो का संचालन होता है, यह सिलसिला देर रात तक चलता है।

इसी तरह पंतद्वीप पार्किंग के पास भी यही स्थिति है और सर्वानंद घाट के पास भी झोपड़ी में यह धंधा बदस्तूर जारी है। यही नहीं शहर कोतवाली के पीछे ब्रह्मपुरी मार्ग पर भी झोपड़ी में यह गंदा धंधा चल रहा है।

केवल कैसीनो ही नहीं चल रहा है बल्कि ताश के कई गेम भी खेले जा रहे है और सट्टे के नंबर भी यहां बैठकर इंतमीनान से लिए जाते है। हैरानी की बात यह है कि हरिद्वार पुलिस की नाक के नीचे यह धंधा पनप रहा है लेकिन सभी चुप्पी साधे हुए है। यह बात अपने आप में हैरान कर देने वाली है।

बताते है कि पश्चिमी यूपी के कई माफिया ही इस पूरे नेटवर्क को संभाल रहे है। उनकी जड़े बेहद गहरी बताई जा रही है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल की छवि को भी खराब करने की साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है। आमजन का कहना है कि न्यायप्रिय एसएसपी इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने के लिए एक्शन लेगे।