
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: वॉटर रीसाइकलिंग की आड़ में अवैध खनन कर रहे क्रेशर स्वामी के आगे पूरा सिस्टम नतमस्तक नजर आ रहा है।

नए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित क्रेशर स्वामी की मनमानी पर नकेल कस पाते हैं या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा लेकिन क्रेशर स्वामी खुलेआम पूरे सिस्टम को ललकार रहा है।

बताते हैं कि वह बोलता है कि देहरादून में बैठे आका की सरपरस्ती के चलते उसका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है।पूरी खनन मंडी में क्रेशर स्वामी की मनमानी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई है। पिछले डेढ़ माह से वॉटर रीसाइकलिंग की आड़ में दो क्रेशर में अवैध खनन जारी है।

क्रेशर के अलावा आसपास की जमीन से भी लगातार खनिज खोदा जा रहा है और 100 फुट से अधिक गहरी खाई खोदी गई है। यह सब खुलेआम चल रहा है लेकिन मजाल है कि सिस्टम क्रेशर स्वामी की तरफ नजर तिरछी कर पाए। चुपचाप पूरा सिस्टम क्रेशर स्वामी की मनमानी देख रहा है।

तत्कालीन डीएम रहे कर्मेंद्र सिंह ने तो चुप्पी साधी हुई थी लेकिन अब नए डीएम से उम्मीद है कि शायद क्रेशर स्वामी की मनमानी पर लगाम कसी जाए। अगर सही से जांच हुई तो क्रेशर स्वामी की हकीकत सामने आएगी लेकिन खान अधिकारी कासिम रजा भी खामोश है।

यह भी अपने आप में हैरान करने वाली बात है। बताते हैं कि देहरादून में बेहतर पकड़ रखने वाले इस क्रेशर स्वामी ने प्रदेश में खनन की बागडोर संभाल रहे चेहरे का दामन थामा हुआ है। लिहाजा तभी उसकी हरकत को अनदेखा किया जा रहा है।