
K.D.
हरिद्वार जेल ब्रेक कांड में पहली गिरफ्तारी हुई है। एसआईटी ने जेल ब्रेक कर फरार हुए कैदियों को संरक्षण देने पर शूटर पंकज के मौसेरे भाई को गिरफ्तार किया है। जेल से फरार होने के बाद शूटर पंकज और रामकुमार के घर ही पहुंचे थे, उसके बाद वहां से नगदी लेने के बाद चले गए थे।
एसआईटी ने दावा कि जेल ब्रेक कांड में कैदियों को संरक्षण देने वाले हर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। शुक्रवार को जेल की दीवार फांदकर फरार हुआ कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग का शूटर साजायाफ्ता कैदी पंकज अपने साथी कैदी रामकुमार के साथ सबसे पहले लेबर कालोनी में अपने मौसेरे भाई सुनील के घर पहुंचा था। उसके बाद बालेश को अपने साथ लेकर ससुराल गया था, जहां उसने अपनी पत्नी और सास से मुलाकात की थी।
पत्नी सास से मुलाकात करने के बाद फरार कैदी पंकज और रामकुमार ने मौसेरे भाई से कपड़े लिए थे, उसके बाद सुनील ने उन्हें आठ सौ रूपये की रकम भी दी थी। करीब दो घंटे तक लेबर कालोनी में मौजूद रहे दो फरार कैदी फिर फरार हो गए थे।
पुलिस के लिए मुखबिरी करने वाले सुनील से पुलिस ने भी संपर्कसाधा था लेकिन उसने शूटर के आने की बात छिपा ली थी।
पर, पुलिस को इस संबंध में जब जानकारी हुई तब हक्की बक्की रह गई पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।
एसओ मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि आरोपी सुनील पुत्र बालेश निवासी लेबर कॉलोनी सेक्टर दो भेल को फरार कैदियों का सहयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।