
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: कनखल क्षेत्र में दहशत फैलाने और खुलेआम फायरिंग करने वाले पिल्ला गैंग पर हरिद्वार पुलिस ने शिकंजा कस दिया। गैंग के तीन शातिर सदस्यों को नाजायज असलाह के साथ गिरफ्तार किया गया। इससे पहले गैंग लीडर को ही दबोचकर जेल भेजा जा चुका है।
पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के कड़े निर्देश पर हुई कार्रवाई में अधिकारियों ने साफ किया कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले किसी भी गैंग को बख्शा नहीं जाएगा।

थाना कनखल के प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र शाह के नेतृत्व में गठित टीम ने लगातार दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया। सीआईयू टीम की मदद से पुलिस ने श्री यंत्र पुल से बैरागी कैंप जाने वाले रास्ते पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।

उनके कब्जे से दो तमंचे, चार जिंदा कारतूस, एक चाकू और फायरिंग में इस्तेमाल हुई पल्सर मोटरसाइकिल बरामद हुई।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिनव पुत्र जितेन्द्र (गुरुकुल भगवतीपुरम), अरुण उर्फ बोडा पुत्र राजकुमार (जगजीतपुर शिवपुरी) और एक नाबालिग के रूप में हुई।

पूछताछ में आरोपियों ने खुद को पिल्ला गैंग का सदस्य बताते हुए 15 सितंबर को जगजीतपुर और कनखल में फायरिंग की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की।

पुलिस ने पहले ही गैंग सरगना भानु भारद्वाज को तमंचा और बाइक समेत गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अधिकारियों का कहना है कि यह गैंग लगातार कनखल क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहा था। अब पूरे नेटवर्क की गहन पड़ताल की जा रही है और बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।

पुलिस टीम में शामिल: प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र शाह, एसएसआई नितिन चौहान, उपनिरीक्षक सुधांशु कौशिक, हेडकांस्टेबल सन्नी सिंह, कांस्टेबल सतेन्द्र सिंह रावत, कांस्टेबल प्रलव चौहान, कांस्टेबल उमेद सिंह, चालक उमेश गिरी, और सीआईयू टीम हरिद्वार।
