
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में करीब एक वर्ष पूर्व हुए लैब टेक्नीशियन वसीम हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। प्रेम प्रसंग में उपजे शक और जलन ने एक होमगार्ड को इस हद तक अंधा कर दिया कि उसने अपने ही साथी की निर्मम हत्या की साजिश रच डाली। रानीपुर पुलिस और एसओजी हरिद्वार की संयुक्त कार्रवाई में इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा हुआ, जिसकी जानकारी एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से दी।

एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि ग्राम गढ़मीरपुर में लैब टेक्नीशियन वसीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज वारदात के बाद मृतक के पिता मुस्तकीम की तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन लंबे समय तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका। मामला पुलिस के लिए चुनौती बन गया था।

लगातार लंबित केस को देखते हुए एसएसपी ने दोबारा गहन जांच के निर्देश दिए। कोतवाली प्रभारी शांति कुमार और एसओजी प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्यों की बारीकी से जांच शुरू की। इसी दौरान एक ग्रे रंग की जुपिटर स्कूटी पुलिस के रडार पर आई, जिसने पूरे मामले की दिशा बदल दी।

बीती रात सुमननगर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान स्कूटी सवार अभिमन्यु को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह होमगार्ड है और एक महिला होमगार्ड से प्रेम करता था। महिला की मृतक वसीम से दोस्ती थी, जिसे लेकर आरोपी के मन में लगातार शक और आक्रोश पनप रहा था।

इसी रंजिश में उसने सोशल मीडिया के माध्यम से वसीम की गतिविधियों पर नजर रखी और रेकी के बाद चलती मोटरसाइकिल से तमंचे से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर तमंचा, जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल स्कूटी बरामद कर ली है। आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है। पुलिस अधिकारियों ने इस खुलासे को टीमवर्क और तकनीकी जांच की बड़ी सफलता बताया है।










