
K.D.
मामला लक्सर कोतवाली का है जहां नाबालिग किशेारी से उसके मामा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया। वहीं मदद के लिए किशोरी जब चाचा के पास गई तो चाचा ने मौके का फायदा उठाकर मामा के साथ अपने पुराने दुश्मनों के नाम भी लिखा दिए। जांच के बाद पुलिस ने मामा और उसके दोस्तों को रेप के आरोप में गिरफ्तार किया जबकि चाचा और उसके दो साथियों को बेगुनाहों को झूठे आरोप में फंसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
क्या है मामला
किशोरी रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू के साथ रहती थी जबकि किशोरी की मां जो मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं थी रेलवे स्टेशन की तरफ कहीं रहती थी। दूर के रिश्ते का मामा नसीम जो इस बात को जानता था कि इसका आगे पीछे कोई नहीं है, ने अपने साथियों अब्दुल रहमान, मुनीश आदि के साथ जब कुछ महीनों तक किशोरी का शारीरिक शोषण किया तो किशोरी वहां से भाग कर रेलवे स्टेशन में अपनी मां के पास आ गई क्योंकि किशोरी अभी छोटी थी और उसकी मां कानूनी दांव पेंच आदि कुछ भी नहीं जानती थी इसलिए आरोपी पक्ष भी निश्चिंत थे कि हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। थोड़े समय पश्चात जब इस बात की मोटी मोटी जानकारी फारुख को पता चली तो फारूख ने किशोरी को पूरी तरीके से अपने विश्वास में लिया और विपक्षियों को कड़ी सजा दिलवाने के बहाने अपने साथ ले आया। किशोरी ने भी फारुख को चाचा कहना शुरू कर दिया और मदद की आस में किशोरी अपनी मां के साथ अपने “मुंहबोले चाचा फारुख” के पास आ गई। पूरी जानकारी होने पर कथित चाचा फारुख ने मौका देखकर विक्षिप्त महिला (मां) को वहां से भगा दिया और अपने साथियों गुलशाद, अहसान एवं नफीस के साथ मिलकर मौके का फायदा उठाने की सोची।
मुंह बोले चाचा फारूक और उसके साथियों गुलशाद आदि ने गांव के अपने पुराने मामले में “रंजिश के तहत” विपक्षियों को फंसाने के लिए किशोरी को कहा कि तुम हमारे बताए हुए नाम वाले लोगों को भी पुलिस को और बाद में कोर्ट में भी बताना।
षडयंत्र के तहत पीड़िता को बयान देने के लिए तैयार किया गया और पूरी तैयारी के साथ दिनांक 18/02/2024 को कोतवाली में आठ लोगों नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान, मुनीश, फरमान, अरशद, इस्लाम, साजिद व अहसान के खिलाफ नामजद दुष्कर्म का मुकदमा लिखा गया।
सम्मिलित आरोपियों सहित गांव के कुछ बेगुनाह लोगों को मुकदमें में नामजद कर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने का शानदार तरीके से ताना-बाना बुना गया था जिसे कप्तान के सुदृढ़ नेतृत्व में गठित की गई पुलिस टीमों और उनका पर्यवेक्षण कर रहे अधिकारियों की सूझबूझ ने नाकाम कर दिया।
जानकारी होते ही धरपकड़ में जुटी टीमें-
पीडिता के 164crpc के बयानों में इन सभी बातों का खुलासा होने पर गठित पुलिस टीमों ने पीड़िता को विश्वास में लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दिनांक 21.02.2024 को दुष्कर्म के आरोपी नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान व मुनीश को जैनपुर खुर्द से तथा दुर्भाग्यपूर्ण घटना से भी पैसे कमाने के लालच में षड़यन्त्रकारी मुंह बोले चाचा फारुख (वादी मुकदमा), गुलशाद व अहसान को ग्राम जैनपुर से हिरासत में लिया जिनके एक साथी की तलाश जारी है। इन सभी को जेल भेजा जा रहा है।
क्योंकि मामला बेहद संवेदनशील है और विवेचना अभी जारी है इसलिए 8 नामजद में से और कौन-कौन गिरफ्तार होगा ये सब सुस्पष्ट तथ्यों/सबूतों के आधार पर ही निश्चित होगा।
पुलिस टीम की सराहना–
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की तेज निगाहें और पुलिस टीम की दूध का दूध एवं पानी का पानी करने की काबिलियत हरिद्वार पुलिस को बेजोड़ साबित करती है और निष्पक्ष रहते हुए सच सामने लाने पर प्रतिबद्ध है। पूरे मामले में आमजनमानस द्वारा भी खुले दिल से एसएसपी के सशक्त नेतृत्व एवं कोतवाली लक्सर पुलिस की आदर्श विवेचना की जमकर तारीफ की जा रही है क्योंकि सभी इस बात को जानते थे/हैं कि किशोरी और उसकी बेबस मां की पैरवी करने वाला कोई नहीं था/है।
पंजीकृत अभियोग-
मु0अ0सं0 168/2024
धारा- 376(2)n)/376(f)/388/506/511 भादवि व 5(l)(n)/6 पोक्सो एक्ट
पकड़ में आए दुष्कर्म के आरोपी-
1-नसीम उर्फ कल्लू पुत्र याकिल निवासी जैनपुर लक्सर
2-अब्दुल रहमान पुत्र सईद निवासी उपरोक्त
3-मुनीस पुत्र जाहिद उपरोक्त
पकड़ में आए षड्यंत्र के आरोपी-
1- फारुख पुत्र जमशेद निवासी कान्हापुर रुड़की (मुकदमा वादी)
2- गुलशाद पुत्र मुबारिक निवासी जैनपुर लक्सर
3- अहसान पुत्र सय्याद निवासी उपरोक्त