
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: अपराध की दुनिया में नाम कमाने का जुनून पथरी निवासी गौरव कुमार को सीधे सलाखों के पीछे ले गया। “मिर्जापुर” के कालीन भैया से प्रेरित गौरव ने अपने गले पर ‘315’ और बुलेट साइन का टैटू गुदवाया था। सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो पोस्ट कर वह खुद को गैंगस्टर के रूप में पेश कर रहा था। मगर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर सक्रिय पुलिस ने उसकी यह फिल्मी कहानी का “The End” कर दिया।
सिडकुल कोतवाली प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में एसएसआई देवेंद्र तोमर और टीम ने गुरुवार देर रात चेकिंग के दौरान गौरव कुमार और उसके साथी अनिकेत पुत्र धीर सिंह, निवासी रायपुर दरेड़ा (थाना पथरी) को दो अवैध तमंचों और दो जिंदा कारतूसों सहित दबोच लिया।

पुलिस पूछताछ में गौरव ने कबूला कि उसने यह तमंचे भोगपुर निवासी गगन से खरीदे थे और इलाके में “धाक” जमाने के लिए आगे बेचने की योजना बना रखी थी। पुलिस ने गौरव के सोशल मीडिया अकाउंट्स से हथियारों से जुड़े कई वीडियो और तस्वीरें भी बरामद की हैं, जिनकी जांच जारी है।

एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने कहा कि जनपद में अवैध हथियार कारोबार पर सख्त कार्रवाई जारी है। जो भी अपराध की जमीन तैयार करने की कोशिश करेगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
बरामदगी…..
दो अवैध तमंचे (315 बोर)
दो जिंदा कारतूस
कोतवाली प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे “फिल्मी गैंगस्टरों” पर पुलिस की नज़र आगे भी रहेगी।










