
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए हरिद्वार जिले में संचालित निजी अस्पतालों व पैथोलॉजी लैब पर शिकंजा कसा।
विभागीय टीमों ने 19 अस्पतालों व लैब पर छापेमारी कर 9 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना ठोका। दो अल्ट्रासाउंड केंद्र सील किए गए, जबकि पांच जगहों से मशीनें और अन्य उपकरण जब्त कर लिए गए। अचानक हुई इस कार्रवाई से अवैध रूप से चल रहे अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कई निजी अस्पताल और पैथोलॉजी लैब बिना मानकों के संचालित हो रहे हैं। शिकायतों की पुष्टि के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश कुंवर की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई। इसमें जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी रवि संदल, राजन ठाकुर और कुलदीप बिष्ट सदस्य बनाए गए।

निरीक्षण में मान्य डायग्नोस्टिक बहादराबाद और ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी लंढौरा को मानकों पर खरा न उतरने पर सील किया गया। वहीं दीप अल्ट्रासाउंड सुल्तानपुर, यशलोक हॉस्पिटल रुड़की और आर्यावर्त हॉस्पिटल कनखल में मौके पर डॉक्टर न मिलने पर नोटिस जारी कर जुर्माना लगाया गया।

जिन 19 अस्पतालों व लैब पर 50-50 हजार का जुर्माना ठोका गया, उनमें प्रमुख हैं— लोटस हॉस्पिटल ज्वालापुर, एसएन पैथोलॉजी लैब बहादराबाद, मेडविन अस्पताल रुड़की, दून पैथोलॉजी लैब लंढौरा, खुशी हॉस्पिटल लंढौरा, लाइफ हेल्थ केयर हॉस्पिटल भगवानपुर चंदनपुर, सहारा हॉस्पिटल मंगलौर, ग्रीन हॉस्पिटल मंगलौर, डिवाइन हॉस्पिटल मंगलौर, सिटी हॉस्पिटल मंगलौर,

न्यू मिशन हॉस्पिटल मंगलौर, फैमिली हेल्थ केयर सुल्तानपुर, वेलनेस हॉस्पिटल इमलीखेड़ा और शिखर हॉस्पिटल इमलीखेड़ा। इसके अलावा चौहान एक्सरे क्लीनिक लंढौरा, बालाजी एक्सरे सेंटर लंढौरा, सहारा हॉस्पिटल सुल्तानपुर, खुशी हेल्थ केयर भगवानपुर और लाइफलाइन अस्पताल इमलीखेड़ा की मशीनें जब्त कर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
