पार्ट One:- करोड़ों की भूमि पर किन साहब की शह पर हुआ था माफियाओं का कब्जा, होनी चाहिए जांच.. भू माफियाओं पर कब होगी एफआईआर..? सरकारी भूमि पर काट दी कॉलोनी, प्रशासन की टूटी नीद, जिला मुख्यालय पर भी सो रहे अफसर, जब सरकारी भूमि नहीं बचा पा रहे, कैसे आमजन को दिला सकेंगे न्याय..

जनघोष-ब्यूरो:-
हरिद्वार:
जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर गांव सलेमपुर मोहम्मद में करोड़ों की भूमि पर भू माफियाओं ने कॉलोनी विकसित कर दी थी। जनघोष के कब्जे को लेकर सवाल खड़े करने के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन ने आनन फानन में करोड़ों की भूमि को कब्जा मुक्त करते हुए जेसीबी से विकसित की गई कॉलोनी की सड़क ध्वस्त कर दी।

सवाल यह है कि आखिर किसकी शह पर ग्राम सभा की जमीन भू माफियाओं को सौंप दी गई थी। हैरानी की बात तो यह है जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर हुए घटनाक्रम ने जिला प्रशासन की भी कलई खोल कर रख दी है। आखिर कैसे भू माफिया करोड़ों की भूमि पर कब्जा करने में कामयाब रहे।

इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बताते हैं कि एक छोटे साहब इस पूरे खेल में लिप्त है। उन्हीं की ही शह पर भू माफियाओं ने सरकारी भूमि पर कब्जा किया था। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह को भी साफ करना चाहिए कि आखिर भू माफियाओं के खिलाफ कब मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।

अगर ऐसे ही सरकारी भूमि पर कब्जा होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हर सरकारी भूमि पर भू माफिया काबिज हो जाएंगे।

इतनी भूमि कराई मुक्त
ग्राम सलेमपुर महदूद-2 परगना रूडकी तहसील व जिला हरिद्वार में स्थित ग्राम समाज की 0.138हे0 भूमि पर सडक का निर्माण किया गया था जिसे जे०सी०बी० के द्वारा ध्वस्त कराया गया। चकरोड़ की 0.102हे0 भूमि पर अतिक्रमण निजी सी०सी० मार्ग का निर्माण तथा भराव किया गया था जिसे ध्वस्त किया गया।

इसके अतिरिक्त ग्राम समाज की 0.463हे० भूमि जिस पर अतिक्रमण का प्रयास किया जा रहा था, को भी चिन्हित कर ग्राम प्रधान सलेमपुर महदूद के सुपुर्द किया गया। एसडीएम हरिद्वार ने बताया कि जांच में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया जिसके बाद एक्शन लिया गया।

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