
जनघोष-ब्यूरो
देहरादून: विजिलेंस की एक टीम ने देहरादून में विकासनगर के कालसी क्षेत्र में एक पटवारी को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पटवारी ने आनन फानन में नोटों को मुंह में डालकर निगल लिए। अचानक हुए इस घटनाक्रम से विजिलेंस टीम के भी होश उड़ गए। अस्पताल ले जाने के बाद सीटी स्कैन करते हुए पटवारी के पेट से नोट निकालने का प्रयास किया गया। बाद में पटवारी को गिरफ्तार कर लिया गया।

एक शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि उसके चचेरे भाइयों ने निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए आनलाइन आवेदन किया था। मगर आवेदन निरस्त हो गया। उसने पटवारी गुलशन हैदर से संपर्क किया।

दो हजार रुपये में बात तय होने पर पटवारी ने उन्हें फोटो आइडी व दो हजार रुपये लेकर सोमवार को तहसील कार्यालय आने को कहा। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस से शिकायत कर दी। तब देहरादून विजिलेंस टीम ने पटवारी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया।

जैसे ही पटवारी ने रिश्वत हाथ में पकड़ी, तुरंत विजिलेंस ने उसका हाथ थाम लिया। यह देखकर पटवारी घबरा गया और आनन-फानन में उसने नोट निगल लिए। टीम उसे फौरन अस्पताल लेकर पहुंची और सीटी स्कैन करते हुए नोटों का पता लगाया। हालांकि नोटों की संख्या कम होने के चलते बाहर नहीं निकाला जा सका।

लेकिन आरोपी पटवारी के खिलाफ पर्याप्त सुबूत होने के चलते विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। निदेशक सतर्कता डा. वी मुरूगेशन ने पटवारी को पकड़ने वाली टीम को शाबाशी देते हुए पुरस्कार की घोषणा की। यह मामला देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है।