
K.D.
लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के साथ ही चुनाव को लेकर की गई जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं को सराहा जा रहा है। पोलिंग पार्टियों में शामिल रहे कर्मचारी ही चुनाव डयूटी में किसी तरह की दिक्कत पेश न आने की बात कह रहे है। यही वजह रही कि इस दफा चुनाव डयूटी में कर्मचारियों की उपस्थिति भी ठीक ठाक रही है। अमूमन चुनाव डयूटी से कर्मचारी बचते फिरते है। कोई न कोई बहाना बनाकर चुनाव डयूटी से तौबा करने की जुगत में लगे रहते है। एसएसपी परमेन्द्र डोभाल ने भी अपनी टीम के साथ पूरी कमान संभाली।
इस दफा जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने चुनाव डयूटी को लेकर सबसे पहले मतदान केंद्रों में मूलभूत सुविधाओं को लेकर फोकस किया था। सामने आया था कि कई मतदान केंद्र ऐसे है, जहां बिजली की व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में जिलाधिकारी ने तुरंत ऐसे मतदान केंद्रों में बिजली की व्यवस्थाएं कराई।
शौचालय चूंकि कम समय में बन नहीं सकते थे, लिहाजा मोबाइल शौचालय लगाए गए। पोलिंग पार्टियों से लेकर पुलिस फोर्स को मतदान केंद्रों में ही सोने के लिए बिस्तर उपलब्ध कराए गए, अलबत्ता कर्मचारी अपने बिस्तर लेकर रवाना होते थे।
यही नहीं केंद्रीय विद्यालय से रवाना हो रही पोलिंग पार्टियों के लिए निशुल्क खाने की व्यवस्था की गई थी, जैसा कि पूर्वमें किसी चुनाव में नहीं हुआ है।
केंद्रीय विद्यालय का चयन रहा बेहद अहम
सबसे अहम बात यह रही कि पोलिंग पार्टियों के रवाना होने से लेकर स्ट्रांग रूम के रूप में केंद्रीय विद्यालय का चयन करना बेहतर फैसला था। पलटकर देखे तो पन्ना लाल भल्ला इंटर कालेज के अलावा कलेक्ट्रेट, एचआरडीसी से लेकर शिवडेल स्कूल से चुनाव सम्न्न कराया गया है। यहां यातायात को लेकर दिक्कत पेश आती ही थी, इसके अलावा अफरा तफरी का माहौल बना रहता था। इन हालात में पोलिंग पार्टिंयों को परेशानी उठानी पड़ती थी। इस दफा जिलाधिकारी धीराज सिंह और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने केंद्रीय विद्यालय का चयन किया। यहां न पार्किंग की कोई दिक्कत पेश आई न ही स्थान को लेकर अफरा तफरी का माहौल बना, ऐसे में चुनाव डयूटी में लगे कर्मचारी खुश नजर आए।