
हरिद्वार, फर्जी ग्राहक बनकर असलहे का सौदा करने पहुंची सीआईयू टीम पर सौदागरों ने एक के बाद एक दो फायर झोंक दिए। पुलिस टीम की पकड़ से भाग खड़े हुए सौदागरों ने गंगा की मुख्य धारा में छलांग लगा दी, जिन्हें पुलिस ने गंगा से बाहर निकलते ही दबोच लिया। एक नाबालिग को पहले ही डीलिंग के दौरान ही दबोच लिया था। असलहे के सौदागरों के कब्जे से कब्जे से एक देसी पिस्टल, एक देसी तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपी पिल्ला गैंग से जुड़े बताए जा रहे हैं।
यह है घटनाक्रम
सीआईयू को सूचना मिली थी कि शहर में सक्रिय एक गैंग असलहे की खरीद फरोख्त में सक्रिय है। टीम ने ग्राहक बनकर गैंग से संपर्क साधा। शुक्रवार दोपहर को डीलिंग की बात तय हुई। तय हुआ कि मायादेवी पार्किंग में सौदा होगा।
सीआईयू टीम ने ऑपरेशन में शहर कोतवाली पुलिस को भी साथ ले लिया। पुलिस टीम पर डीलिंग के दौरान युवकों को संदेह हो गया, जिन्होंने तुरंत ही असलहे से दो फायर कर दिए लेकिन गनीमत रही कि पुलिस टीम बच गई। मौके पर नाबालिग को दबोच लिया जबकि भाग खड़े हुए दो युवक पास में ही बह रही गंगा में कूद गए। पुलिसकर्मियों ने सूझबूझ कर परिचय देते हुए गंगा की दोनों साइड की घेराबंदी कर दोनों युवकों को पकड़ लिया।
ये है आरोपियों के नाम
आरोपियों के नाम भानू पुत्र अनिल निवासी भोगपुर, जतिन पुत्र संजय चौहान निवासी विषणु है और पंद्रह वर्षीय नाबालिग भी विष्णु घाट से ताल्लुक रखता है। पुलिस की माने तो असलहे कहां से आए थे, इस संबंध में जानकारी जुटाईजा रही है।
पिल्ला गैंग से जुड़े आरोपी
हरिद्वार, पुलिस टीम के हत्थे चढ़े आरोपी पिल्ली गैंग से जुड़े बताएं जा रहे हैं।पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात निकलकर सामने आई है। पुलिसका कहना है कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।