“जनसमस्याओं को बेहद गंभीर दिखे डीएम, कई समस्याएं मौके पर की निपटाई, खुश होकर लौटे आमजन, साफ बोले आमजन की कोई समस्या न रहे लंबित, (देखें वीडियो)..

जनघोष ब्यूरो
हरिद्वार:
जनपदवासियों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित हुआ।

इसमें विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने 81 समस्याएं दर्ज कराई, जिनमें से 30 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष शिकायतों को त्वरित निराकरण हेतु संबंधित विभागों को भेजा गया।

जनसुनवाई में भूमि विवाद, अतिक्रमण, जलभराव, पेयजल, बिजली, मुआवजा और आवास जैसी समस्याएं प्रमुख रहीं। ग्राम प्रधान बिस्मिल्ला ने गैंडीखाता में जंगल के पानी को रोकने के लिए तटबंध निर्माण और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए भवन बनाने की मांग रखी।

उन्होंने गैंडीखाता पोस्ट ऑफिस को बिजनौर से हटाकर हरिद्वार में संचालित करने का भी अनुरोध किया। वहीं, ग्राम हरजोली जट निवासी जगदीश प्रसाद ने अपनी भूमि की पैमाइश कराने की मांग रखी। मुकर्रमपुर निवासी तबस्सुम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति से पूर्व शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच कराने का आवेदन दिया।

इसके अलावा प्रमोद कुमार ने पेंशनर की मृत्यु उपरांत बैंक को दी जाने वाली एनओसी संबंधी समस्या उठाई, जबकि रहमतपुर की रीता ने पक्का आवास स्वीकृत किए जाने की गुहार लगाई। लालढांग के कमल सिंह बिष्ट ने अपनी भूमि पर सिंचाई की गुल से हटाए गए अतिक्रमण को मुक्त कराने की मांग की।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं का निस्तारण समयबद्धता और संवेदनशीलता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई तय होगी। जिन मामलों का स्थलीय निरीक्षण आवश्यक है, उनका निरीक्षण कर जल्द आख्या उपलब्ध कराई जाए।

सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा…..
कार्यक्रम के दौरान डीएम ने सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों की भी समीक्षा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एल-1 पर 81 और एल-2 पर 22 शिकायतें लंबित हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निस्तारण करें और सीएम हेल्पलाइन को गंभीरता से लें।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, एडीएम वित्त दीपेंद्र सिंह नेगी, सीएमओ आरके सिंह, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, अर्थ एवं संख्या अधिकारी नलिनी ध्यानी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि डीके सिंह, जल निगम के अधीक्षण अभियंता एम. मुस्तफा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ओमजी गुप्ता, डीएसओ तेजबल सिंह और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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