कांग्रेस भाजपा में बगावत, कई नेता निर्दलीय आये मैदान में

K.D.

नगर निकाय चुनाव मैदान में उतरे मेयर-पार्षद पद के प्रत्याशियों के चेहरे साफ होने पर कांग्रेस-भाजपा में सिर फुटौव्व्ल शुरू हो गई है। किसी वार्ड में टिकट कटने से खिन्न निवर्तमान पार्षद ने पार्टी के खिलाफ विरोध के स्वर बुलंद करते हुए आस्तीनें चढ़ा ली है तो कही पर टिकट न मिलने पर परिवार के ही दो फाड़ हो गए। पिछले चुनाव में कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव जीतकर भाजपा के कुनबे में शामिल हुए चेहरों को भाजपा ने गच्चा दे दिया, वे अब निर्दलीय ताल ठोक रहे है। वही गौरव भाटिया ने वार्ड 32 ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है।

पूर्व काबीना मंत्री मदन कौशिक के गृह वार्ड खन्नानगर में कांग्रेस से मैदान में उतरी आयुषि टंडन ने तो खुलकर पूर्व काबीना मंत्री पर दगा देने का आरोप जड़कर कांग्रेस से हाथ मिला लिया। कुल मिलाकर कई कई वार्ड में चुनावी जंग बेहद रोमांचक मोड़ ले चुकी है।

भाजपा के पार्षद रहे रणछोड़दास अनिरुद्ध भाटी पहले ही अपनी हार के डर से वार्ड नंबर तीन की बजाय चार नंबर वार्ड से चुनावी मैदान में उतर गए, उनके स्थान पर भाजपा ने नए चेहरे सूरज शर्मा को टिकट दिया है, पर बताया जा रहा है कि अनिरुद्ध भाटी की राह वार्ड नंबर चार में भी आसान नहीं है। भाजपाई ही उन्हें धरती चटा देने की रणनीति बना चुके है।

यहां हुई बगावत, तो किसी ने थामा दूसरे दल का दामन

सप्तऋषि वार्ड में तीन दफा के पार्षद-सभासद रहे अनिल मिश्रा की बजाय कांग्रेस से आए आकाश भाटी को टिकट थमा दिए जाने से गुस्साएं अनिल मिश्रा ने बगावत कर दी है। वे अब निर्दलीय चुनावी मैदान में है। संत बाहुल्य क्षेत्र में मिश्रा मजबूत पकड़ रखते है। ऐसे में मुकाबला रौचक होता दिखाई दे रहा है।

इसी तरह ज्वालापुर के पीठ बाजार वार्ड में चाचा भतीजा आमने सामने आ गए है। पूर्व दर्जाधारी नईम कुरैशी ने कांग्रेस से बगावत कर अपनी पुत्रवधु को सगे भतीजे और पूर्व पार्षद की पत्नी के खिलाफ मैदान  में उतर दिय गया है। रिश्ते में एक दूसरे की भाभी अब दो दो हाथ करती नजर आएंगी। पूर्व काबीना मंत्री मदन कौशिक पर टिकट न देने का आरोप मढ़ते हुए युवा दीपक टंडर ने कांग्रेस का दामन थामकर अपनी पत्नी को चुनावी समर में उतार दिया है। उनका मुकाबला निवर्तमान पार्षद मोनिका सैनी से है, उनके पति सचिन बेनिवाल पूर्व में कांग्रेस से जुड़े रहे हैं।


भाजपा नेता उज्जवल पंडित की सगी बहन तन्मयी क्षेात्रिय भी भाजपा से प्रत्याशी न बनाए जाने से खिन्न होकर निर्दलीय ताल ठोक रही है। उनके पति शिवम क्षोत्रिय क्षेत्र में सक्रिय है। वार्ड नंबर पांच गंगाधर महादेव नगर से कांग्रेस से टिकट मांग रहे दीपक पहाड़ी, आशीष जैन, भाजपा के टिकट पर पिछली दफा चुनाव लड़े पूर्व पार्षद लखन लाल चौहान, वार्ड 12 निर्मला छावनी से भाजपा से बागी हुए विकास कुमार निर्दलीय मैदान में उतर गए है।


वे कांग्रेस से पार्षद चुने गए थे, पर भाजपा ने उन्हें टिकट देना उचित न समझा। वार्ड 23 रामनगर से भाजपा का टिकट न मिलने पर युवा नेत्री शालू आहुजा कांग्रेस की हो गई, उनकी टक्कर भाजपा की नई प्रत्याशी से है। 

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