
K.D.
सिडकुल के नामी होटल से भेल की सड़क पर उत्पात मचाने वाले बिगड़ैल रईसजादों के आगे रानीपुर पुलिस हांफती हुई नजर आ रही है। महज मुकदमा दर्ज कर रानीपुर पुलिस ने अपनी पीठ थपथपा ली है।
न ही अब तक फायरिंग में इस्तेमाल हुआ असलहा बरामद हुआ है न ही एक भी चौपहिया वाहन को कब्जे में लिया गया है। ऐसे में पुलिस कार्रवाई महज मजाक बनती हुई नजर आ रही है। शहर में बात आम है कि यदि गरीब तबके से जुड़ा प्रकरण होता तो पुलिस कार्रवाई करने में बिलकुल भी नहीं चूकती।
चंद दिन पूर्व भेल की सड़कों पर बिगड़ैल रईसजादों ने जमकर मनमानी की थी। भेल स्टेडियम के ठीक बाहर फायरिंग की गई थी, यही नहीं चौपहिया वाहन से स्टंट भी जमकर किए थे। जब इतने पर भी रईसजादों का दिल नहीं भरा तब उन्होंने भेल की सड़क पर उतरकर तांडव किया। महंगी लग्जरी गाड़ियों को काफिले की शक्ल में तेज रफ्तार में दौड़ाया।
ऐसे में शुक्र है कि कोई चपेट में नहीं आया वरना उसकी जान जाना तय थी। जैसे चौपहिया वाहन दौड़ाएजा रहे थे, अगर एक भी वाहन आपस में टकरा जाता तो बड़ा हादसा होना तय था। पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल होने के बाद पुलिस की तंद्रा टूटी।
आनन फानन में अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ, पर वीडियो में साफ साफ फायरिंग कर रहे छात्र तक पहुंचने में पुलिस अब तक नाकाम रहीं है। यही नहीं एक भी चौपहिया वाहन कब्जे में नहीं लिया गया। सवाल यही है कि पुलिस का नेटवर्क पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है, कि स्थानीय हुडदंगियों के संबंध में एक भी क्लू नहीं मिला। यह अपने आप में हैरान कर देनी बात है। आमजन की जुबां पर यही बोल है कि अगर बच्चें गरीब घरों से ताल्लुक रखते होते तो पुलिस अब तक उनके गिरेबां पर हाथ डाल चुकी होती। देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस अब एक्शन लेती है, या फिर प्रकरण को यूं ही रफा कर दिया जाएगा।