
K.D.
बहुचर्चित अशोक चड्ढा हत्याकांड में फरार चल रहे पांच हजार के इनामी आरोपी दीपक उर्फ कोती को कनखल पुलिस ने रानीपुर क्षेत्र से दबोच लिया। आरोपी सिडकुल की एक औद्योगिक इकाई में कार्य कर रहा था। हत्याकांड में शामिल रहे पांच आरोपियेां को पूर्व में ही कनखल पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पिछले साल सितंबर माह मे शिवलोक कालोनी निवासी रिटायर सिंचाई विभाग कर्मचारी अशोक चड्ढा की बैरागी कैंप में बने उनके एक आश्रम में गला रेत कत्ल कर दिया गया था।
बाथरूम में उनका खून से लथपथ शव बरामद हुआ था। परिजन की तरफ से इस संबंध में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के जिले का चार्ज संभालने के बाद ही कनखल पुलिस ने बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को दबोचा था। किराएदार भानू और संदीप अक्सर मृतक के कमरे में झाड़ू-पोछा किया करते थे। इस दौरान कमरे में टांगी गई चाबियों के छल्ले, बिस्तर के नीचे रखे कागजात और बच्चों के अच्छे रोजगार में लगे होने के चलते आरोपियों को मृतक के कमरे में मोटी रकम होने का संदेह था इसलिए उन्होंने वारदात को अंजाम देने का प्लॉन बनाया था।
नशे का आदी होने के चलते बुजुर्ग ने किराएदार युवकों से कमरा खाली करा लिया था। उसके बादे ही किराएदार युवकों ने अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दियाथा।
आरोपी भानु प्रताप पुत्र कटार सिंह निवासी हस्तिनापुर मेरठ यूपी हाल निवासी माया विहार जगजीतपुर कनखल, अभिजीत उर्फ सुक पुत्र मनमोहन सिंह निवासी आर्यनगर ज्वालापुर , संदीप कुमार पुत्र जवाहर सिंह निवासी पण्डितपुरी रायसी लक्सर, मनीष गिरी पुत्र जनेश्वर निवासी बैराज कॉलोनी मायापुर और शिब्बू लगड़ा निवासी लाल मंदिर ज्वालापुर को दबेाचा था।,
आरोपियों के कब्जे से मृतक की चेकबुक बुक, नगदी, पाठल व खून से सने कपड़े बरामद किए थे। फरार चल रहे आरोपी दीपक उर्फ कोती पुत्र धन सिंह निवासी आर्यनगर लालमंदिर हाल निवासी हेतमपुर सिडकुल को पकड़ा गया। उसके कब्जे से मृतक का लूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद हुआ है।आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस टीम में एसआई चरण सिंह चौहान, हेड कांस्टेबल सन्नी सन्नी सिंह, सतेंद्र रावत, उमेद सिंह शामिल रहे।