
K.D.
श्यामपुर क्षेत्र में चल रहा तेल का खेल फिर शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि इस बार ठिकाना बदल दिया गया है। तेल माफिया के खिलाफ कोई एक्शन न होने पर फिर से मलाईदार धंधे ने रफ्तार पकड़ ली है। आपूर्ति विभाग भी धृतराष्ट बना हुआ है। पिछले दिनों डिप्टी कलेक्टर मनीष सिंह ने चिड़ियापुर में एक बंद पड़े ढाबे पर चल रहे तेल के खेल का पर्दाफाश किया था। मौके पर दो टैंकर पकड़ लिए गए थे। यही नहीं कई दोपहिया वाहन भी मिले थे।
डिप्टी कलेक्टर की सूचना पर आपूर्ति विभाग हरकत में आ गया था। आपूर्ति विभाग का दावा था कि एक ही टैंकर से तेल निकाला गयाथा जबकि दूसरे टैंकर में तेल पूरा था। आपूर्ति विभाग की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने मुकदमा दर्जकर टैंकर चालक को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन आपूर्ति विभाग ने तेल माफिया का नामजद नहीं किया था।
टैंकर चालक ने तेल माफिया का नाम सीधे सीधे लिया था लेकिन आपूर्ति विभाग के कान तक गूंज नहीं हुई। श्यामपुर पुलिस की जांच भी कछुआ गति से चल रही है। मौके पर मिले करीब आधा दर्जन दोपहिया वाहन भी अचानक गायब होना बताए जा रहे है, ऐसे में इस पूरे प्रकरण को लेकर सवाल ही सवाल तैर रहे है। बड़ा सवाल यह है कि तेल माफिया से आखिर सिस्टम क्यों डर गया है, यह हैरान कर देने वाला ही है।
बताया जा रहा हैकि हौसला बुलंद तेल माफिया ने फिर से अपना अवैध कारोबार शुरू कर दिया है, इस बार ठिकाना बदल दिया गया है। यह सब इसलिए हो रहा है कि क्योंकि उस तक अवैध कारोबार की जांच की आंच नहीं पहुंची