
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: कनखल क्षेत्र में घूम-घूम कर फायरिंग करने वाले पिल्ला गैंग का सरगना और मुख्य आरोपी भानु भारद्वाज आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। आरोपी के पास से तमंचा, जिंदा कारतूस और वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की गई है।

गोलीबारी से दहशत में था कनखल….
15 सितंबर को कनखल के जगजीतपुर इलाके में पिल्ला गैंग के गुर्गों ने जगह-जगह फायरिंग कर दहशत फैला दी थी। वादी मनोज कुमार की दुकान के बाहर भी फायर किया गया। गोलीबारी में वह बाल-बाल बच गया। वारदात के बाद नामजद युवकों पर थाना कनखल में मुकदमा दर्ज हुआ।

एसएसपी ने बनाई विशेष टीम…..
घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। उनकी निगरानी में इंस्पेक्टर रविन्द्र शाह के नेतृत्व में टीम गठित हुई। एसएसआई नितिन चौहान और जगजीतपुर चौकी प्रभारी सुशांशु कौशिक को भी इस टीम में शामिल किया गया। टीम ने लगातार दबिश दी और गैंग की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी।

मुखबिर की सूचना पर दबोचा गया भानु…..
16 सितंबर को मुखबिर से सूचना मिली कि भानु भारद्वाज श्रीयंत्र पुल से बैरागी कैंप की ओर जा रहा है। पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को धर दबोचा। तलाशी में उसके पास से 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस और घटना में प्रयुक्त बाइक मिली।

देहरादून में भी किया था हमला……
पूछताछ में भानु ने स्वीकार किया कि उसने कुछ दिन पहले अपने साथियों के साथ मिलकर देहरादून के सहारनपुर चौक पर आसिफ उर्फ बाबा पर जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाई थीं। कनखल में अपने गैंग के लड़कों को भेजकर जगह-जगह फायरिंग करवाई थी, ताकि इलाके में दहशत कायम की जा सके।

भानु भारद्वाज मूल रूप से लक्सर के भोगपुर गांव का रहने वाला है। एलएलबी का छात्र होने के बावजूद उसने कानून की पढ़ाई छोड़ अपराध का रास्ता चुन लिया। पुलिस के अनुसार, भानु अपने गैंग के लिए न सिर्फ अपराध करवाता था बल्कि अदालत में पैरवी और जमानत कराने तक के पैंतरे भी आजमाता था।

दो अन्य साथी भी गिरफ्तार….
पुलिस ने गैंग के दो अन्य सदस्यों को भी पकड़ा है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पिल्ला गैंग से जुड़े हर व्यक्ति की कुंडली खंगाली जा रही है और जल्द ही पूरी गैंग पर शिकंजा कसा जाएगा।

पुलिस टीम में शामिल रहे…. इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर रविन्द्र शाह, एसएसआई नितिन चौहान, जगजीतपुर चौकी प्रभारी सुशांशु कौशिक, कांस्टेबल सतेंद्र सिंह रावत, कांस्टेबल प्रलव चौहान और कांस्टेबल उमेद सिंह शामिल रहे।
