
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: चंडी घाट बस्ती में शनिवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक 20 वर्षीय युवक ने घर का दरवाजा बंद कर आत्महत्या का प्रयास किया। युवक फंदे से झूलने ही वाला था कि पुलिस समय पर पहुंची और उसकी जान बचा ली। इकलौते बेटे को जीवित देखकर परिवार की आंखों से राहत के आंसू छलक पड़े।
सूचना मिलते ही श्यामपुर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। चंडी घाट चौकी प्रभारी देवेंद्र तोमर के नेतृत्व में कॉन्स्टेबल विनीत और तेजेंद्र मौके पर पहुंचे। दरवाजा भीतर से बंद होने पर एक जवान ने युवक को आवाज देकर बातों में उलझाया, जबकि दूसरा पुलिसकर्मी छत की टीन फाड़कर कमरे में घुसा और युवक को फंदे से उतार लिया। त्वरित सूझबूझ और बहादुरी से एक कीमती जिंदगी को समय रहते बचा लिया गया।
घर की मुश्किलें बनी वजह….
युवक का परिवार लंबे समय से आर्थिक और सामाजिक परेशानियों से जूझ रहा है। मां कैंसर की तीसरी स्टेज से पीड़ित हैं, पिता श्मशान घाट के पास दुकान लगाकर गुजर-बसर करते हैं।

एक बहन मानसिक रूप से विकलांग है और दूसरी दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही है। खुद युवक 12वीं पास है और बेरोजगारी के चलते अवसाद में जी रहा था। घरवालों की डांट और हालातों की मार से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया।

पुलिस की पहल, लोगों ने की सराहना…..
युवक को चौकी पर ले जाकर पुलिस ने उसका काउंसलिंग कराया ताकि वह मानसिक रूप से मजबूत हो सके और दोबारा ऐसी कोशिश न करे। परिवार ने हाथ जोड़कर पुलिस का आभार जताया, वहीं स्थानीय लोगों ने भी संवेदनशीलता और तत्परता दिखाने वाले पुलिसकर्मियों की खूब तारीफ की। पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल, एसपी सिटी पंकज गैरोला और सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी ने भी इस टीम को बधाई दी है।
