साजिश का शिकार किसान: चार बीघा जमीन पर फर्जीवाड़ा, फर्जी रजिस्ट्री कर दाखिल-खारिज तक कर दिया, तहसीलदार ने दिए जांच के आदेश..

हरिद्वार: ज्वालापुर तहसील क्षेत्र के गांव पीतपुर में जालसाजों ने फर्जीवाड़े का बड़ा खेल खेलते हुए एक किसान की चार बीघा जमीन को ओने-पोने दामों में रजिस्ट्री करवा दिया। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब किसान अपनी कृषि भूमि के कागजात लेकर किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनवाने बैंक पहुंचा। तहसील में भूमि की नकल निकलवाने के दौरान किसान के होश उड़ गए जब दस्तावेजों में किसी और का नाम दर्ज मिला।

घबराए किसान ने तुरंत ग्रामीणों को इकट्ठा किया और पहले लक्सर कोतवाली में शिकायत लेकर पहुंचे। लेकिन पुलिस ने इसे सिविल मामला बताकर तहसील भेज दिया। इसके बाद पीड़ित ने ज्वालापुर तहसील पहुंचकर तहसीलदार से मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी दी। तहसीलदार ने शिकायत के आधार पर संबंधित लेखपाल को जांच के आदेश दे दिए हैं।

कैसे हुआ फर्जीवाड़ा? किसान ने बताया पूरी साजिश….
गांव पीतपुर निवासी कंवर फूल ने शिकायत में बताया कि उनके पास गांव के बाहर सड़क किनारे पैतृक भूमि है, जिसका सर्किल रेट भी काफी ऊंचा है। यह भूमि उनके और उनके भाई के संयुक्त नाम पर दर्ज थी। लेकिन गांव के ही एक शातिर व्यक्ति ने तहसील प्रशासन के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन किसी और के नाम करवा दी।

कंवर फूल का कहना है कि उनके नाम से मिलते-जुलते व्यक्ति का इस्तेमाल कर यह चार बीघा जमीन मात्र साढ़े ग्यारह लाख रुपये में सराय निवासी एक व्यक्ति को बेच दी गई। इस फर्जी रजिस्ट्री के बाद, पिछले साल अप्रैल में दाखिल-खारिज भी कर दिया गया। किसान को इस धोखाधड़ी की भनक तक नहीं लगी क्योंकि वह अपनी जमीन पर ही खेती करता रहा। लेकिन जब घर में परिजनों के स्वास्थ्य को लेकर आर्थिक तंगी आई, तो उसने किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए बैंक जाने का फैसला किया।

केसीसी के लिए तहसील पहुंचा तो उड़ गए होश…..
बैंक की कागजी कार्रवाई के दौरान जब भूमि के दस्तावेजों की जरूरत पड़ी, तो कंवर फूल तहसील पहुंचा और अपनी जमीन की नकल निकलवाने के लिए आवेदन किया। जब तहसील कर्मचारियों ने दस्तावेज दिखाए तो उसमें किसी अन्य व्यक्ति का नाम दर्ज था। जमीन की नकल देखते ही किसान के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तत्काल गांव के लोगों को बुलाया और अपनी समस्या बताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीण उसके साथ लक्सर कोतवाली पहुंचे।

पुलिस ने किया सिविल मामला बताकर तहसील भेजा…..
लक्सर कोतवाली पुलिस ने किसान की शिकायत सुनने के बाद इसे सिविल विवाद बताते हुए तहसील जाने की सलाह दी। इसके बाद किसान ग्रामीणों के साथ ज्वालापुर तहसील पहुंचा और तहसीलदार को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। तहसीलदार ने शिकायत सुनने के बाद संबंधित लेखपाल को तत्काल जांच के आदेश दे दिए। तहसील प्रशासन ने किसान को आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।

पीड़ित किसान की अपील…..
कंवर फूल का कहना है कि वह अपने हक के लिए लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने प्रशासन से जांच में तेजी लाने और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। किसान का कहना है कि यह केवल उनका मामला नहीं, बल्कि ऐसे कई किसान हो सकते हैं जिनकी जमीनों पर इस तरह के फर्जीवाड़े किए गए हैं।

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