
K.D.
रविवार देर रात डीएम हरिद्वार धीराज सिंह गर्बयाल और एसएसपी परमिंदर सिंह डोबाल ने हरिद्वार जेल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कैदियों की तलाशी भी ली गई। वहीं गुप्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जेल में बंद यूपी का एक भू—माफिया जेल में दूसरे कैदियों से पैर दबवाता मिला। वहीं बताया जा रहा है कि यूपी के इस भू—माफिया के मार कई खतरनाक बदमाशों से भी जुड़े हैं और जेल में माफिया आराम की जिंदगी जी रहा है। पहले भी भू—माफिया की आरामदायक जिंदगी के किस्से हरिद्वार जेल से बाहर आते रहे हैं।
जेल से अपराधी चलाते हैं गैंग
वहीं कुछ समय पहले तक कई कुख्यात बदमाश जिनमें सुनील राठी और संजीव जीवा के शूटर हरिद्वार जेल में बंद थे। जेल के अंदर से ही व्यापारियों और कारोबारियों से रंगदारी मांगी जा रही थी। कई बार जेल में फोन का प्रयोग होने की भी पुष्टि हुई और औचक निरीक्षण में जेल प्रशासन के दावों की पोल भी खुलती रही। जेल प्रशासन के नाकाम होने के बाद राठी व अन्य दूसरे खुंखार बदमाशों को बाहर शिफ्ट किया गया।
क्यों किया गया निरीक्षण
जिला जेल में रविवार देर रात डीएम-एसएसपी की अगुवाई में छापेमारी की गई। कई घंटों तक एक एक कर सभी बैरक खंगाली गई। कई देर रात तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद जेल कैंपस से कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं बरामद की गई। डीएम-एसएसपी ने जेल अधीक्षक को किसी भी तरह की गड़बड़ी भविष्य में नहीं पाए जाने की चेतावनी दी है।
रविवार देर रात अचानक ही शहर के सभी एसओ इंस्पेक्टर को पुलिस लाइन कैंपस पहुंचने का निर्देश दिया गया। देर रात को फिर अचानक पहुंचे जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल की अगुवाई में पुलिस फोर्स ने जिला जेल कैंपस का रुख किया। डीएम एसएसपी के जेल पहुंचते ही जेल प्रशासन में अफरा तफरी मच गई।
सूचना मिलते ही जेल अधीक्षक मनोज आर्य जेल कैंपस पहुंच गए। आनन फानन में सभी बैरकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया। डीएम एसएसपी भी खुद एक एक कर हर बैरक को चेक करते रहे। बैरकों के साथ साथ कैदियों भी तलाशी ली गई। जिले के शीर्ष अधिकारियों ने कैदियों से उनकी समस्याओं के संबंध में भी जानकारी ली। कई घंटों तक जेल की बैरकों को खंगाला जाता रहा। हालांकि कई इस दौरान किसी तरह की आपत्तिजनक वस्तु जेल कैंपस से बरामद नहीं हुई।