
जनघोष ब्यूरो
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से कराई जा रही परीक्षा के प्रश्न पत्र के कुछ पन्ने आउट होने के मामले में मास्टर माइंड बताए जा रहे खालिद के गिरफ्त में न आने पर जांच ठिठक गई है। चर्चा है कि खालिद की बहन को हिरासत में लिया गया है।

देहरादून से लेकर हरिद्वार की पुलिस खालिद की तलाश में सरगर्मी से जुटी हुई है। खालिद के पकड़ में आने पर ही प्रश्न पत्र के पन्ने आउट होने के मामले से पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी। इधर प्रश्न पत्र के पन्ने आउट होने को लेकर पूरे प्रदेश में हंगामा मचा हुआ है।

रविवार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से 416 विभिन्न पदों की नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित कराई गई थी। परीक्षा शुरू होने के कुछ समय बाद ही प्रश्न पत्र के कुछ पन्ने आउट हो गए थे। बेरोजगार संघ के नेता बॉबी पवार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पन्ने अपलोड करते हुए प्रदेश की सरकार पर हमला बोला था।

प्रश्न पत्र के पन्ने आउट होने का मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने के बाद उत्तराखंड पुलिस से लेकर खुफिया एजेंसी तक हरकत में आ गई थी। हरिद्वार में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे बॉबी पवार को पूछताछ के लिए सीआईयू कार्यालय ले जाया गया था, जहां पूछताछ में खुलासा हुआ था कि ऋषिकेश की रहने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को सुल्तानपुर लक्सर निवासी खालिद की बहन ने प्रश्न पत्र के पन्ने हल करने के लिए व्हाट्सएप पर भेजे थे।

यह बात सामने आते ही हरिद्वार पुलिस ने खालिद की खोज शुरू कर दी थी लेकिन वह देर रात तक चली तलाश के बाद भी हाथ नहीं आ सका। उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। वह पेशे से इंजीनियर है और संविदा के तौर पर एक सरकारी विभाग में काम कर चुका है। प्रश्न पत्र के पन्ने आउट होने की पूरी जांच खालिद के पकड़ में न आने पर थम गई है।अधिकारियों का मानना है कि खालिद के हाथ आने पर ही तस्वीर साफ हो पाएगी कि प्रश्न पत्र के पन्ने उसने कैसे आउट किए थे।
