
जनघोष-ब्यूरो
पॉश कॉलोनी न्यू हरिद्वार में सुश्रुत ट्रामा सेंटर से फैक्ट्री कर्मी श्रीचंद को जबरन रेफर करने के आरोप की गहनता से जांच होना बेहद आवश्यक है। नर्सिंग होम का डीवीआर पूरे घटनाक्रम की तस्वीर से पर्दा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। चर्चा है कि वेस्ट यूपी के एक विधायक की गाड़ियां लेकर शहर में रौब झाड़ने वाले एक होटल कारोबारी ने असलहे की नोंक पर मरीज को रेफर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

यह आरोप मृतक के परिजन लगातार जड़ रहे हैं। इस हकीकत का खुलासा डीवीआर को खंगालने पर ही हो सकता है। शनिवार सुबह से सुश्रुत ट्रामा सेंटर के बाहर हंगामा जारी है। सिडकुल की हिंदुस्तान युनिलीवर कंपनी में कार्यरत रहे कर्मचारी श्रीचंद को एक सर्जरी के बाद चिकित्सक सुमंतु विरमानी ने बंगाली अस्पताल के लिए शुक्रवार को रेफर किया था, जहां हालत बिगड़ने पर फैक्ट्री कर्मचारी की मौत हो गई।

शनिवार सुबह भारी संख्या में एकत्र होकर पहुंचे फैक्ट्रीकर्मियों ने यह कहते हुए हंगामा खड़ा कर दिया था कि एनेस्थीसिया की अत्यधिक डोज देने के कारण श्रीचंद की मौत हुई है ।हंगामा बढ़ने पर आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस महकमे के आला अफसर पहुंच गए थे। त्वरित कार्रवाई करते हुए नर्सिंग होम सील कर दिया गया था लेकिन प्रदर्शनकारी फैक्ट्री कर्मी मृतक के परिजन को मुहावजे की मांग पर पड़े हुए हैं।

बताया जा रहा है कि हरियाणा से ताल्लुक रखने वाला एक होटल कारोबारी मरीज को रेफर करने में करने में पूरी तरह से सक्रिय था। उसके साथ एक बेस्ट यूपी के विधायक की गाड़ियां, गनर से लेकर खुद के निजी अंगरक्षक भी मौजूद थे। चर्चा है की असलहे की नोंक पर मरीज को जबरन रेफर कर दिया गया था जबकि उसकी हालत ठीक नहीं थी।

डीवीआर भी गायब बताई जा रही है, जिससे ही पूरे मामले की तस्वीर साफ हो सकती है। इधर गुस्साए प्रदर्शनकारी अभी भी नर्सिंग होम के बाहर ही जमा है। असलहे कि नोंक पर मरीज को रेफर करने का आरोप कांग्रेसी नेता वरुण बालियान समेत उसके परिजन भी लगाते हुए जांच की मांग कर रहे हैं।
नोट: होटल कारोबारी कैसे बना अकूद धन संपदा का मालिक, हरियाणा के किस नेता का पैसा करता है इस्तेमाल, जाने जल्दी..










