
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए ज्वालापुर से पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने यह कदम उनके द्वारा सार्वजनिक मंच पर की गई दूसरी शादी की घोषणा और इसके बाद उत्पन्न विवादों के चलते उठाया है, जिससे संगठन की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री राजेश बिष्ट की ओर से जारी निष्कासन पत्र में स्पष्ट किया गया है कि 23 जून को जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में दिए गए स्पष्टीकरण से पार्टी नेतृत्व संतुष्ट नहीं हुआ। पत्र में कहा गया कि सुरेश राठौड़ द्वारा लगातार पार्टी की मर्यादा एवं सामाजिक आचरण का उल्लंघन किया गया है। इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ ने सहारनपुर की फिल्म अभिनेत्री उर्मिला से दूसरी शादी का सार्वजनिक रूप से एलान किया था। इस एलान के लिए दोनों ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने रिश्ते को सार्वजनिक किया, जिसके बाद से ही पार्टी के अंदरखाने और प्रदेशभर की राजनीति में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था।

इस मामले ने उस समय और भी तूल पकड़ लिया जब यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर पार्टी की नीति पर सवाल उठने लगे। भाजपा द्वारा समान नागरिक संहिता की वकालत के बीच एक वरिष्ठ नेता का इस तरह सार्वजनिक रूप से दूसरी शादी करना संगठन के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा था।

सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेतृत्व ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पहले सुरेश राठौड़ से जवाब मांगा था, लेकिन उनके स्पष्टीकरण से संगठन संतुष्ट नहीं हुआ। अंततः पार्टी ने अपनी सख्ती दिखाते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया।

भाजपा के इस फैसले को संगठनात्मक अनुशासन को प्राथमिकता देने वाला कदम माना जा रहा है। साथ ही यह भी संकेत दिया गया है कि पार्टी के भीतर किसी भी तरह की व्यक्तिगत गतिविधि, जो संगठन की छवि पर असर डालती हो, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।