
K. D.
हरिद्वार, सिंचाई विभाग की करोड़ों की भूमि को खुर्द बुर्द कर रहे भू माफियाओं को लेकर छोटी छोटी बात पर सड़क पर उतरकर हो हल्ला करने वाले भाजपाई भी चुप्पी साधे हुए है। हैरानी की बात यह है कि कांग्रेसी विधायक की संलिप्तता की चर्चा होने के बाद भी स्थानीय भाजपा विधायक तक खामोश है, ऐसे में भू माफियाओं के हौसले बुलंद होना लाजिमी है। इस खामोशी को लेकर भी आमजन अपनी अलग अलग राय रखते है। पिछले कई दिन से पथरी पॉवर हाऊस के पास सिंचाई विभाग की बेशकीमती भूमि पर कब्जा कर उस पर प्लाटिंग करने की तैयारी हो चुकी है।
चर्चा तो यहां तक है कि भूमि को दिल्ली के एक प्रॉपर्टी डीलर को पांच करोड में बेचकर एडवांस रकम भी ले ली गई है। एक कांग्रेसी विधायक की शह पर उसके गुर्गे इस बंदरबांट में जुटे है। एचआरडीए चाहरदीवारी ध्वस्त कर चुका है लेकिन तहसील प्रशासन धृतराष्ट बना हुआ है। यही नहीं स्थानीय भाजपा विधायक से लेकर भाजपाई भी अंजाम बने हुए है, यह अपने आप में सवाल खड़े करता है।
धामी राज में करोडों की भूमि पर कब्जे का खेल चल रहा है और भाजपाई चुपचाप बैठे है। विधायक छोड दीजिए, विभागीय मंत्री सतपाल महाराज से लेकर नएनवेले सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत तक ने भी हस्तक्षेप नहीं किया है। यह सोचनीय प्रश्न है। छोटे छोटे मसलों पर देहरादून तक कूदाफांदी करने वाले भाजपाई अपनी खुली आंखों से यह लूटपाट होते हुए देख रहे है।