
जनघोष-ब्यूरो
देहरादून: उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद में तैनात जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सूबोध शुक्ला को ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई राज्य सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने की, जिसने एक सजग शिकायतकर्ता की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यह बड़ी सफलता हासिल की।

शिकायतकर्ता ने सतर्कता विभाग के टोल फ्री नंबर 1064 पर जानकारी दी थी कि वह एक सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी हैं और सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत हैं।

उनके अनुसार, उनका 11 महीनों का अनुबंध समाप्त हो रहा था और उसकी अवधि बढ़वाने के लिए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सूबोध शुक्ला द्वारा ₹50,000 की रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था और कानूनी कार्रवाई चाहता था।

सूचना के आधार पर सतर्कता अधिष्ठान की हल्द्वानी टीम ने जाल बिछाया और योजनाबद्ध तरीके से मंगलवार को ट्रैप ऑपरेशन को अंजाम दिया। जिसके तहत जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, बागेश्वर में रंगे हाथों ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए सूबोध शुक्ला को गिरफ्तार किया गया। शुक्ला ग्राम रामपुर, उधमसिंह नगर के निवासी हैं।

इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। इस सफल ऑपरेशन के लिए डीजी सतर्कता नीतेश कुमार ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

आपकी सतर्कता, हमारा संकल्प……
यदि किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है या अवैध लेन-देन का प्रयास किया जाता है, तो नागरिक 1064 टोल फ्री नंबर या व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर सूचना देकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में सहयोग कर सकते हैं।