
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार/पिरान कलियर: ग्राम शिवदासपुर उर्फ तेलीवाला में एक मासूम बच्ची पर ‘चोरों के हमले’ की खबर ने जैसे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। घायल बच्ची की गंभीर हालत और “चोरी के प्रयास” की सूचना ने मामले को और पेचीदा बना दिया। लेकिन हरिद्वार पुलिस की तेज़ जांच ने इस रहस्य से महज 12 घंटे में पर्दा हटा दिया — और जो सामने आया, वह चौंकाने वाला था।
क्या थी शुरुआती कहानी….?
धनौरी चौकी को मिली सूचना के अनुसार, घर में घुसे अज्ञात चोरों ने एक बच्ची पर वार कर उसे घायल कर दिया था। बच्ची को तत्काल सिविल अस्पताल लाया गया और फिर गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

एसएसपी की सख्ती और टीम की सक्रियता…..
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने घटना को गंभीर मानते हुए थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की और तत्काल गहन जांच के निर्देश दिए। टीम ने मौके की बारीकी से छानबीन शुरू की।

सीसीटीवी से नहीं मिला कोई सुराग, बढ़ा शक…..
गांव भर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन किसी संदिग्ध की मौजूदगी नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने परिवार और बच्ची से गहन पूछताछ की, जहां कहानी ने नया मोड़ लिया।

सच्चाई: बहन ने ही कर दिया था हमला…..
पुलिस जांच में सामने आया कि बच्ची पर हमला किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि उसकी ही बड़ी बहन ने आपसी कहासुनी में किया था। रोटी बनाने को लेकर हुए झगड़े में बड़ी बहन ने हथौड़ी से छोटी बहन के सिर पर वार किया और फिर हथौड़ी को छिपाकर डर के चलते झूठी कहानी गढ़ दी।

बच्ची के बयान से हुआ पुष्टिकरण…..
घायल बच्ची के ठीक होने पर उससे भी बयान लिया गया, जिसमें उसने भी पूरे घटनाक्रम की पुष्टि कर दी। इसके बाद दोनों बच्चियों की काउंसलिंग कर उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया।

गांव में अफवाह फैलाने वाले तत्व सक्रिय: एसएसपी…..
एसएसपी डोबाल ने कहा कि कुछ शरारती तत्व गांव में लगातार चोरों की अफवाहें फैला रहे हैं, जो मासूम बच्चों के मन पर गहरा असर डाल रही हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।

ऑनलाइन पोर्टलों पर भी कार्रवाई की तैयारी…..
एसएसपी ने यह भी बताया कि कुछ ऑनलाइन पोर्टल बिना पुष्टि के खबरें चला रहे हैं, जिससे समाज में डर फैलता है। इन पोर्टलों की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

थानाध्यक्ष व टीम की सक्रियता की सराहना……
घटना का 12 घंटे में खुलासा करने वाली पुलिस टीम — जिसमें थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार, धनौरी चौकी प्रभारी पुष्कर सिंह चौहान, इमलीखेड़ा चौकी प्रभारी उमेश कुमार, हेडकांस्टेबल सोनू कुमार, कांस्टेबल जितेन्द्र, विक्रम, एफएसएल और एसओजी टीम शामिल रही — को जनमानस और उच्च अधिकारियों की सराहना मिल रही है।