
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार। प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में रुद्रपुर पुलिस और एएनटीएफ की टीम ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। शुक्रवार को बगवाड़ा मंडी के पास सघन चेकिंग अभियान के दौरान टीम ने करीब छह लाख रुपये की एमडीएमए ड्रग के साथ दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया।
पकड़े गए तस्करों की पहचान आकाश दीप (22 वर्ष), निवासी तिकोनिया खीरी, लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश और अर्पित सिंह (20 वर्ष), निवासी आइडिया कॉलोनी, लालपुर, किच्छा के रूप में हुई है। दोनों संदिग्धों को ट्रकों की पार्किंग से हिरासत में लिया गया था। तलाशी लेने पर उनके पास से 16 ग्राम एमडीएमए बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब साढ़े पांच लाख रुपये आंकी गई है।

पुलिस ने इनके पास से एक अवैध पिस्टल, दो मोबाइल फोन और तस्करी में प्रयुक्त एक टीवीएस स्पोर्ट मोटरसाइकिल भी जब्त की है। एमडीएमए को ‘एक्स्टसी’ या ‘मौली’ के नाम से भी जाना जाता है, जो एक खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है। यह न केवल उत्तेजक के रूप में काम करती है बल्कि मतिभ्रम पैदा करने वाली भी होती है। इसके अत्यधिक सेवन से हृदय, गुर्दे और दिमाग पर गंभीर असर पड़ सकता है और यह जानलेवा भी साबित हो सकती है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली रुद्रपुर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21/60 और आयुध अधिनियम की धारा 3/25 के तहत एफआईआर संख्या 310/2025 दर्ज की है। पूछताछ में सामने आया है कि अर्पित सिंह का आपराधिक इतिहास पहले से रहा है।

उसके खिलाफ साइबर क्राइम थाना पलवल में बीएनएस की धारा 91/2024, 318(4), 319(2), 316(2) के तहत मामला दर्ज है। पुलिस अब इस ड्रग नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश में जुट गई है। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में कोतवाली रुद्रपुर से निरीक्षक मनोज रतूड़ी, एसएसआई नवीन बुधानी, उपनिरीक्षक सुरेंद्र रिंगवाल और एएनटीएफ टीम से निरीक्षक राजेश पांडेय, उपनिरीक्षक कौशल भाकुनी, कांस्टेबल विनोद खत्री, ललित मोहन और महिला कांस्टेबल कंचन चौधरी शामिल रहे।