
हरिद्वार: श्यामपुर क्षेत्र के नौरंगाबाद गेंड़ीखाता गांव में एक हृदयविदारक घटना में मां-बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के पीछे पारिवारिक कलह को कारण बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस अन्य पहलुओं पर भी बारीकी से छानबीन कर रही है।

एसपी सिटी पंकज गैरोला, सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी और थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लेते हुए परिजनों से बातचीत की। आसपास के लोगों से भी जानकारी जुटाई है।

बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे अशोक सैनी नामक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि उसके पड़ोसी रोहताश सैनी की पत्नी और बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो रोहताश के घर के एक कमरे में दो अलग-अलग चारपाई पर 50 वर्षीय विमला देवी और 20 वर्षीय काजल के शव अचेत अवस्था में पड़े मिले। कमरे के पंखे पर दो चुननियां लटकी हुई थीं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना के समय घर पर रोहताश की पुत्रवधू राखी ही मौजूद थी। वह सुबह करीब 9 बजे अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने गई थी। जब वह 9:30 बजे लौटी तो उसने दोनों को फांसी पर लटका पाया। राखी की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और खिड़की के रास्ते दरवाजा खोलकर दोनों को नीचे उतारा, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने टीम सहित तुरंत मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और आला अधिकारियों का अवगत कराया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नगर पंकज गैरोला और क्षेत्राधिकारी नगर शिशुपाल नेगी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए। मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि काजल लंबे समय से बीमार थी, जिससे परिवार में तनाव बना हुआ था। दोनों मां-बेटी स्वभाव से अंतर्मुखी (इंट्रोवर्ट) थीं, जिसके चलते मानसिक दबाव के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। पुलिस ने आस-पास के लोगों से गहन पूछताछ शुरू कर दी है और अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।