“रात में लगी मूर्ति, सुबह हुआ विवाद: कंकरखाता में मूर्ति स्थापना पर हंगामा, भारी फोर्स तैनात—जिलाधिकारी से वार्ता के बाद ग्रामीणों ने हटाई मूर्ति..

जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार:
लक्सर कोतवाली क्षेत्र के कंकरखाता गांव में खाली पड़ी जमीन पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति लगाए जाने को लेकर शनिवार सुबह तनाव की स्थिति बन गई। दो पक्षों के आमने-सामने आने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया।

विवाद कैसे भड़का…..
जानकारी के मुताबिक, गांव की एक विवादित भूमि पर शुक्रवार देर रात एक पक्ष ने डॉ. आंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी। सुबह दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया, क्योंकि उसी जमीन पर वह लोग मकान निर्माण कर रहे थे। इसी को लेकर दोनों ओर से जमकर कहासुनी हुई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई….
हंगामे की सूचना मिलते ही एसडीएम सौरभ असवाल, एसपी देहात शेखर चंद सुयाल, सीओ नताशा सिंह और कोतवाल राजीव रौथान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह भूमि चकबंदी में विवादित है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए किसी भी निर्माण या मूर्ति स्थापना पर रोक है। ग्रामीण तत्काल मूर्ति हटाने को राज़ी नहीं हुए और कई लोग महिलाएं-मरद सहित मौके पर धरने पर बैठ गए। हालात देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलाया गया।

पैमाइश और दस्तावेज़ों की जांच….
चकबंदी विभाग की टीम ने मौके पर भूमि की पैमाइश की। मूर्ति लगाने वाले पक्ष ने जमीन को आंबेडकर पार्क घोषित करने की मांग रखी। जबकि दूसरा पक्ष अदालत के आदेश और अपने दस्तावेज़ों का हवाला देकर जमीन पर अधिकार जताता रहा।

डीएम से वार्ता के बाद हटाई गई मूर्ति…..
जमीन का विवाद डीएम कोर्ट में लंबित होने की पुष्टि के बाद एसडीएम और एसपी देहात ने ग्रामीणों की बातचीत जिलाधिकारी से करवाई। डीएम ने जल्द सुनवाई और समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने सहमति जताई और स्वयं मूर्ति को हटा दिया।

एसडीएम सौरभ असवाल ने कहा कि चूंकि मामला न्यायालय में लंबित है, इसलिए यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। ग्रामीणों के सहयोग से स्थिति सामान्य हो गई और गांव में शांति बहाल कर दी गई।

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