
जनघोष-ब्यूरो
सहारनपुर: हरिद्वार की राजनीति में लंबे समय से चल रही एक बड़ी पारिवारिक रार आखिरकार खत्म हो गई है। भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर और सहारनपुर की अभिनेत्री उर्मिला सनावर अब सार्वजनिक रूप से साथ आ गए हैं। सहारनपुर में आयोजित एक संयुक्त प्रेस वार्ता में दोनों ने अपने रिश्ते को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर ‘नई शुरुआत’ का एलान किया।

एक मंच पर आए, रिश्ते को दी स्वीकृति…….
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरेश राठौर और उर्मिला ने कहा कि अब उनके बीच किसी प्रकार का विवाद नहीं है। दोनों ने एक-दूसरे को अपना जीवनसाथी मान लिया है और दावा किया कि अब पूरा परिवार एकजुट हो चुका है, जिसमें राठौर की पहली पत्नी और बेटी भी उर्मिला को स्वीकार चुकी हैं।

गंभीर आरोप: “दिल्ली, हरिद्वार और ऋषिकेश से रची गई साजिश”……
संयुक्त बयान में दोनों ने आरोप लगाया कि उनके रिश्ते को तोड़ने के लिए एक संगठित साजिश रची गई थी। इसमें दिल्ली, हरिद्वार और ऋषिकेश के कुछ राजनीतिक चेहरे और कथित नजदीकी शामिल हैं। दोनों ने कहा कि अब वो ऐसे लोगों को सार्वजनिक रूप से बेनकाब करेंगे जो उनके व्यक्तिगत जीवन और राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने में लगे थे।

ब्लैकमेलिंग और आपत्तिजनक वीडियो विवाद भी आया सामने….
इस पूरे विवाद में एक के बाद एक कई गंभीर घटनाएं भी सामने आईं। कभी सुरेश राठौर ने उर्मिला पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया, तो कभी उर्मिला ने सोशल मीडिया पर राठौर के निजी वीडियो जारी कर उनका पर्दाफाश किया।

वहीं राठौर की बेटी की आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने के मामले में दर्ज मुकदमे ने भी बड़ा तूल पकड़ा, जिसमें उर्मिला पर संदेह जताया गया था। दोनों पक्षों में मारपीट तक की नौबत आ गई थी, लेकिन अब उन्होंने इन तमाम विवादों पर विराम लगा दिया है।

“नेपाल में हुई थी शादी” — उर्मिला का बड़ा दावा….
प्रेस वार्ता में उर्मिला सनावर ने कहा कि अपने पहले पति से तलाक के बाद उन्होंने सुरेश राठौर के साथ नेपाल में शादी की थी। उन्होंने दावा किया कि सुरेश राठौर ने उन्हें न केवल पत्नी के रूप में स्वीकार किया, बल्कि अब उनकी पहली पत्नी और बेटी ने भी इस रिश्ते को मान्यता दे दी है।

अब निशाने पर साजिशकर्ता….
सुरेश राठौर और उर्मिला दोनों ने साफ किया कि उनका अगला कदम उन लोगों को सार्वजनिक रूप से बेनकाब करना है, जो उनके निजी रिश्ते को राजनीतिक मोहरा बनाकर अपना उल्लू सीधा कर रहे थे। इस प्रकरण के पटाक्षेप के साथ हरिद्वार की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है, लेकिन ये भी तय है कि इससे जुड़े कई सवालों और साजिशों की परतें अब धीरे-धीरे खुलेंगी।