
जनघोष-ब्यूरो
हरिद्वार: गंगा तट पर आस्था, सेवा और अनुशासन का अद्वितीय दृश्य गुरुवार को देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल पर कांवड़ियों के चरण धोकर उनकी सेवा की। इसके बाद हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर शिवभक्तों का अभिनंदन किया गया। मौके पर आयोजित दिव्य भजन संध्या में उन्होंने श्रद्धालुओं के बीच पहुंचकर शिवभक्ति की महिमा का गुणगान किया और अनुशासन का संदेश दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त कर मुख्यमंत्री ने 251 फीट ऊंचे भगवा ध्वज स्थापना हेतु भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। गंगा सभा व भारतीय नदी परिषद के इस संयुक्त प्रयास को सनातन संस्कृति का प्रतीक बताते हुए उन्होंने इसे “विश्व के लिए एक आध्यात्मिक संकेत” बताया।
भजन संध्या में मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश: शिवभक्ति के नाम पर उपद्रव नहीं बर्दाश्त…..
सीएम धामी ने कहा, “कांवड़ यात्रा केवल आस्था नहीं, सेवा, मर्यादा और आत्मिक अनुशासन की पराकाष्ठा है। शिवभक्ति का अर्थ साधना है, प्रदर्शन नहीं।” उन्होंने हाल की कुछ घटनाओं का उल्लेख करते हुए उपद्रवियों को कड़ा संदेश दिया — “शिवभक्ति के नाम पर अराजकता नहीं सहन की जाएगी।”

ध्वज स्थापना और गीता पाठ की योजनाओं का ज़िक्र…..
सीएम ने गीता पाठ को सभी सरकारी स्कूलों में अनिवार्य किए जाने की बात दोहराई। साथ ही ऑपरेशन कालनेमि के तहत छद्मवेशी बाबाओं के खिलाफ चल रही कार्रवाई और धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद जैसे मामलों पर बने सख्त कानूनों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “सनातन संस्कृति की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है।”

भक्ति और भावनाओं से सराबोर रहा हरिद्वार….
गुरुवार को हरिद्वार की पावन धरती पर भक्ति और सेवा की भावनाओं ने नया स्वरूप लिया। शिवभक्तों के लिए भजन संध्या के साथ-साथ प्रशासन की सेवा भावना ने सभी का दिल जीता। मुख्यमंत्री ने कहा, “बोल बम के जयकारों के साथ न थकने वाले इन शिवभक्तों की सेवा करना मेरा सौभाग्य है।”

विशिष्ट जनों की उपस्थिति…..
इस कार्यक्रम में संत-महात्माओं के साथ कई राजनेता और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। प्रमुख रूप से श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, मेयर किरण जैसल और अनीता देवी, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, आईजी राजीव स्वरूप, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ समेत अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।