
जनघोष ब्यूरो
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनसुनवाई में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि जिले की सभी गड्ढायुक्त और टूटी सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। डीएम ने लोनिवि, पीएमजीएसवाई और राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिशासी अभियंताओं को कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों का आंकलन कर तुरंत मरम्मत कार्य शुरू करें। साथ ही उप जिलाधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की सड़कों का निरीक्षण कर संबंधित विभाग को जानकारी उपलब्ध कराएं।

डीएम ने कहा कि राज्य सेक्टर और जिला सेक्टर के अंतर्गत स्वीकृत धनराशि का समय पर और गुणवत्तापूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाए। स्वीकृत कार्यों को तय समयावधि में पूरा किया जाए, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने बीस सूत्रीय कार्यक्रम में बी और सी श्रेणी में चल रहे विभागों को ए श्रेणी में लाने के निर्देश दिए।

डीएम ने अधिकारियों से यह भी कहा कि जिले में स्वीकृत विकास योजनाएं यदि किसी कारण से संचालित नहीं हो पा रही हैं तो उनकी पूरी जानकारी तैयार कर आगामी जनसुनवाई में प्रस्तुत करें। चाहे कारण बजट की कमी हो या भूमि की अनुपलब्धता, विभाग स्पष्ट विवरण दें।

उन्होंने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत सभी अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालय और आसपास के क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए। झाड़ियों की कटाई से लेकर कचरे के निस्तारण तक हर स्तर पर गंभीरता से काम करने को कहा। नगर निगम, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों और जिला पंचायत को भी अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश दिए।

जिलाधिकारी ने जिला आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देशित किया कि भारी वर्षा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों और परियोजनाओं का आंकलन कर शासन को प्रस्ताव भेजा जाए, ताकि मरम्मत पर होने वाला व्यय स्वीकृत कराया जा सके।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, एडीएम वित्त दीपेंद्र सिंह नेगी, सीएमओ आरके सिंह, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी नलिनी ध्यानी, लोनिवि के अधीक्षण अभियंता डीके सिंह, जल निगम के अधीक्षण अभियंता एम. मुस्तफा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ओमजी गुप्ता, डीएसओ तेजबल सिंह और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
